अंबिकापुर: CG employees salary will increase! सरगुजा संभाग की रसोइया संघ ने 3 दिवसीय हड़ताल शुरू कर दिया है। उनकी मांग है कि उनके मानदेय में वृद्धि की जाये। रसोइया संघ की महिआलों का आरोप है कि उनके जिम्मे देश के भविष्य को संभालने की जिम्मेदारी है और मध्यान्ह भोजन का जिम्मा वो संभालती है। मगर उन्हें मानदेय के रूप में सिर्फ 2 हजार रुपये दिया जाता है। जिससे उनका गुजारा नहीं हो पाता।
आज से देशभर में शक्ति की उपासना का पर्व नवरात्र शुरू हो गया है और महिलाओं को देवी का स्वरूप माना जाता है। मगर सरगुजा में महिला शक्ति ही शासन से नाराज होकर हड़ताल पर बैठ गई है। दरअसल, रसोइया संघ की महिआलों का आरोप है कि उनके जिम्मे देश के भविष्य को संभालने की जिम्मेदारी है और मध्यान्ह भोजन का जिम्मा वो संभालती है। मगर उन्हें मानदेय के रूप में सिर्फ 2 हजार रुपये दिया जाता है। जिससे उनका गुजारा नहीं हो पाता।
इसके अलावा उनका ये भी कहना है कि चुनावी माहौल में सभी दल उनके मानदेय में वृद्धि की बातें और वादे करती हैं। भाजपा ने भी उनके मानदेय में 100 दिन के भीतर 50 फीसदी बढ़ोत्तरी का आश्वासन दिया था मगर करीब 10 महीने होने के बाद भी उनके मानदेय में कोई वृद्धि नही की गई।
ऐसे में रसोइया संघ का कहना है कि आगे वो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकती हैं। ऐसे में साफ है कि एक तरफ हम मातृ शक्ति की उपासना का पर्व मना रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ मात्र शक्ति को हड़ताल करना पड़ रहा है। बता दें कि स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइयों के हड़ताल पर जाने से स्कूलों में मध्यान्ह भोजन पर संकट मंडरा रहा है।