अंबिकापुर। स्वक्षता को लेकर अम्बिकापुर नगर निगम के द्वारा तो नए नए प्रयोग किये जाते रहे है, मगर ऐसा पहली बार ऐसा हो रहा है जहां धार्मिक आयोजन भी जीरो वेस्ट थीम पर किया जा रहा है। खास बात ये की यहां जीवन प्रबंधन के साथ साथ स्वक्षता का संदेश भी दिया जा रहा है।
आयोजन धार्मिक हो सांस्कृतिक हो निजी हो या फिर राजनैतिक, सभी तरह के आयोजनों के बाद एक बात कॉमन रहती है और वो है आयोजन के बाद कचरों का अंबार और खास तौर पर प्लास्टिक कचरों का, मगर अम्बिकापुर के दुर्गा मंदिर में पहली बार ऐसा आयोजन हो रहा है, जहां प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित करते हुए इसे जीरो वेस्ट आयोजन का रूप दिया गया है। खास बात ये की इस आयोजन में आयोजन समिति ने पत्ते के दोना, कागज के ग्लास और स्टील के बर्तनों का उपयोग किया है, ताकि किसी भी तरह का वेस्ट न हो। ऐसे में ये आयोजन न सिर्फ धर्मिक सद्भाव का संदेश दे रहा है बल्कि स्वक्षता के संदेश के रूप में भी अपनी अलग पहचान बना रहा है।
अंबिकापुर वैसे तो स्वक्षता के लिए जाना जाता है।अम्बिकापुर नगर निगम के द्वारा स्वक्षता को लेकर नए-नए प्रयोग किये ही जाते है, मगर ऐसा पहली बार हो रहा है जब धार्मिक आयोजन के जरिये स्वक्षता का संदेश देते हुए इसका शत प्रतिशत पालन भी किया जा रहा है। ऐसे में यहां आने वाले लोग भी जीरो वेस्ट मैनेजमेंट की सराहना किये बिना नहीं रह रहे। लोगों का कहना है कि ऐसे आयोजनों से एक बड़ा संदेश जन समूह तक जा सकेगा और लोग स्वक्षता के नियमों का पालन कर सकेंगे। यही नहीं ऐसे आयोजन निगम के स्वक्षता सर्वेक्षण में भी काफी लाभकारी साबित होगा।
बहरहाल स्वक्षता में जीवन का सार है ये संदेश सरकारी दफ्तरों से तो हर बार दिए जाते हैं, मगर शायद प्रदेश भर में पहला ऐसा आयोजन हो रहा है जहां धार्मिक मंच से स्वक्षता का पाठ पढ़ाया जा रहा है। ऐसे में देखना होगा कि आखिर इसका कितना असर लोगों पर होता है। इस तरह के आयोजन को कितनी सराहना मिलती है ताकि ऐसे आयोजन अन्य स्थानों पर भी हो सके। IBC24 से अभिषेक सोनी की रिपोर्ट