Reported By: Abhishek Soni
,अंबिकापुर: कोतवाली पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया है, जिसमें पीड़िता ही आरोपी के रूप में सामने आई है। पुलिस ने बताया कि एक महिला ने एक व्यापारी के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन जांच में यह पता चला कि महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर व्यापारी से 61 लाख रुपये की फिरौती मांगने की योजना बनाई थी। (Ransom demanded in exchange for rape case in Ambikapur) इस मामले में पुलिस ने महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और 10 लाख रुपये की फिरौती की राशि भी बरामद की है।
दरअसल कुछ दिनों पहले सरगुजा जिले के कमलेश्वरपुर थाने में एक महिला ने शिकायत की थी कि एक व्यापारी ने उसे मैनपाट घूमाने के बहाने बुलाया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी ही थी कि रायपुर के निवासी सुभाष चंद्र अग्रवाल ने पुलिस को जानकारी दी कि उनके परिचित व्यापारी से इस एफआईआर को खत्म करने के नाम पर 61 लाख रुपये की मांग की जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में व्यापारी को साथ लेकर एक योजना बनाई। व्यापारी के माध्यम से आरोपियों को 5 लाख रुपये दिलवाए गए। इसके बाद जब आरोपी और उनके साथी दूसरी बार 5 लाख रुपये लेने पहुंचे, तो पुलिस ने उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। (Ransom demanded in exchange for rape case in Ambikapur) गिरफ्तार आरोपियों में महिला के अलावा संतोष विश्वकर्मा, कमलेश देवांगन और घनश्याम विश्वकर्मा शामिल हैं।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह गिरोह पहले भी इसी तरह दुष्कर्म के फर्जी मामले दर्ज कर फिरौती वसूलता था? क्या अन्य लोग भी इस तरह की साजिश का शिकार हुए हैं? या फिर यह मामला व्यापारी और महिला के बीच किसी अन्य विवाद का परिणाम है, जिसमें दोनों पक्षों ने अपने-अपने फायदे के लिए चालें चलीं? पुलिस अब इन सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।
यह मामला एक महिला द्वारा व्यापारी पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर फिरौती मांगने की साजिश का है। महिला और उसके तीन साथियों ने व्यापारी से 61 लाख रुपये की मांग की। पुलिस जांच में यह मामला सामने आया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने व्यापारी की मदद से आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई। 5 लाख रुपये की पहली किस्त देने के बाद, दूसरी बार पैसे लेने आए आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की और आरोपियों को पकड़ने के लिए सूझबूझ से काम लिया। साथ ही, इस साजिश का पर्दाफाश किया और मामले की गहन जांच शुरू की है।
फिलहाल पुलिस जांच कर रही है कि यह गिरोह पहले भी इस तरह के फर्जी मामलों और फिरौती की घटनाओं में लिप्त था या नहीं।
व्यापारी को न्याय मिलने और आरोपियों को सजा दिलाने की उम्मीद है। पुलिस इस घटना की गहराई से जांच कर रही है ताकि भविष्य में इस तरह के मामलों को रोका जा सके।