रायपुर : Chhattisgarh Politic : नई सरकार के मंत्रियों ने अब अपने नए पते यानि अपने सरकारी बंगलों में शिफ्ट होना शुरू कर दिया है, लेकिन बीते दिनों बंगलों में तोड़-फोड़ और मिसिंग चीजों को लेकर बखेड़ा खड़ा हुआ, बयानों के तीर चले, वार-पलटवार और बहस के दौर भी चले। फायनली अब नए मंत्रियों ने कथा-पूजन के साथ अपने नए पते याने नए बंगलों में शिफ्ट, लेकिन ये शुभ अवसर भी बयानों की गरमा-गरमी से अछूता नहीं रहा। गंगाजल से पवित्र करने और अब ‘अकबर’ की जगह ‘रामभक्त’ का गृहप्रवेश है वाले वार पर कांग्रेस ने पटलवार करते हुए बीजेपी को बेवजह सर्टिफिकेट ना बांटने की नसीहत दी है। सवाल है क्या इस तरह की बयानों से आमजन खुश होते हैं, क्या प्रदेश की जनता को इस तरह के विवाद से सरोकार है?
Chhattisgarh Politic : राम की जन्मभूमि अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए इस वक्त चहुंओर राम नाम की चर्चा है। माहौल पूरी तरह से राममय है। इसी माहौल में राम नाम पर सियासी वार भी चरम पर है…प्रदेश के खेलकूद और युवा विभाग के मंत्री टंकराम वर्मा ने अपने नए बंगले में प्रवेश से पहले विधि विधान से पूजा रखी, पूरे बंगले में गंगाजल का छिड़काव किया। टंकराम वर्मा को जो बंगला अलॉट हुआ है वो पिछली सरकार में मंत्री रहे मो अकबर के पास था। गृह-प्रवेश पूजा के समय प्रतिक्रिया में मंत्री टंकराम ने कहा कि अब अकबर की जगह अब राम भक्त आ गए हैं। गंगाजी हमें तो तारेंगी ही औरों को भी तारेंगी। मंत्री टंकराम वर्मा के बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी। PCC चीफ दीपक बैज ने कहा कि BJP के पास सिवाय धार्मिक मुद्दे बनाने के कोई और काम नहीं है। बैज ने तंज कसा कि अब बीजेपी सर्टिफिकेट बांटेगी कि कौन किसका भक्त है।
इधर, बंगलों की शिफ्टिंग के दौरान मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर तंज कसा कि कुछ मंत्री अपने कार्यालय जलाकर गए। कुछ मंत्री अपने कार्यालय के फर्श तक उखाड़ ले गए और कुछ मंत्री अब तक बंगले का मोह छोड़ नहीं पाए हैं ये है कांग्रेस की असल मानसिकता।
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Chhattisgarh Politic : कुल मिलाकर कोई नामों पर तंज कर, राम नाम पर सियासी बढ़त बना रहा है तो कुछ बंगलो की हालत के जरिए मानसिकता पर सवाल उठा रहा है। पर पक्ष हो या विपक्ष दोनों हैं तो जनता के प्रतिनिधि और सवाल ये है कि क्या प्रदेश के आमजन को इस तरह के पॉलिटिकल बयान या सियासी खींचतान पसंद आएगी? क्या इसका जनता से सरोकार है?