रायपुर: Lok Sabha Chunav 2024 2024 की चुनावी बिसात में बीजेपी तो मिशन-11 के लिए लड़ रही है लेकिन कांग्रेसी खेमे में चर्चा है सिर्फ और सिर्फ एक सीट राजनांदगांव की वजह है, वहां से प्रत्याशी बनाए गए पूर्व CM भूपेश बघेल पहले बीजेपी ने उन्हें जिहादी झंडे साथ दिखाते हुए घेरा, फिर भरे मंच पर कार्यकर्ता ने उपेक्षा पर सुनाया और फिर फूटे एक के बाद एक लेटर बम पहले पत्र में भूपेश के करीबी कोषाध्क्ष पर गबन के आरोप लगे तो अब भूपेश की जगह स्थानीय को टिकट देने की मांग का पत्र लिखा गया है। जाहिर है ये मौका है बीजेपी के कांग्रेस को घेरने का पर सवाल ये है भरोसे के पर्याय बने चेहरे पर अपनों का ये तीखा प्रहार क्यों है, आखिर कार्यकर्ताओं को अब अपने अध्यक्ष को चिट्टियां क्यों लिखनी पड़ रही हैं?
Lok Sabha Chunav 2024 तो राजनांदगांव से कांग्रेस प्रत्य़ाशी बनाए गए पूर्व CM भूपेश बघेल का दावा है कि अगर कांग्रेसी एकजुट हो जाएं तो नंबर-1 और नंबर-2 यानि मोदी-शाह भी आ जाएं तो कांग्रेस को हरा नहीं सकते लेकिन विरोधी तो छोड़िए खुद उनके अपने, उन्ही की उम्मीदवारी को खारिज कर रहे हैं। 2 दिन पहले हुई सभा में भूपेश के सामने उन्हें खरी-खोटी सुनाने वाले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र दाऊ ने PCC अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर राजनांदगांव लोकसभा से भूपेश बघेल की टिकट काटकर स्थानीय को टिकट देने की मांग की। इतना ही नहीं दाऊ ने तो भूपेश बघेल को पूर्व बीजेपी से मिला हुआ तक बता दिया।
इस हाल पर कांग्रेस के सीनियर नेता कहते हैं सबको अपनी बात रखने का हक है, तो PCC चीफ मानते हैं, उनके नेताओं-कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया जा रहा है। जिस चेहरे पर भरोसे के बूते पार्टी ने 5 साल सत्ता चलाई। अब उसी भूपेश बघेल पर विरोधियों से ज्यादा कांग्रेसी कार्यकर्ता हमलावर हैं। कुछ दिन पहले बीजेपी ने पोस्टर वॉर में सबसे पहले पूर्व CM भूपेश को जिहादी झंडा लिए दिखाया, प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर भूपेश पर FIR पर बात रखी। जिसके खिलाफ कांग्रेसियों ने बुधवार को हर जिले में प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर जवाब देने की मुहिम शुरू की लेकिन इस बीच पहले भूपेश के करीबी पार्टी कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल पर गबन के आरोप वाला और अब भूपेश बघेल के टिकट रद्द करने की मांग वाले लेटर बम ने पार्टी के एकजुट होकर लड़ने के दावों का दम निकाल दिया है। ऐसे में कांग्रेस कैसे लड़ेगी और कैसे जीतेंगी 24 का रण?