ऐसा है प्रदेश की शिक्षा का हाल! प्राइमरी-मिडिल स्कूलों के करीब 35 फीसदी बच्चे नहीं पढ़ पाते अपनी ही कक्षा की किताब

करीब 35 फीसदी बच्चे नहीं पढ़ पाते अपनी ही कक्षा की किताब! 35 Percent Students Unable to Read Own Class Book

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  • Publish Date - April 14, 2022 / 11:36 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

रायगढ़: Students Unable to Read जिले के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के करीब 35 फीसदी बच्चे अपनी ही कक्षा की किताबों को पढने में सक्षम नहीं हैं। इसका खुलास मिड लाइन टेस्ट से हुआ। टेस्ट में 1 लाख 42 हजार 216 बच्चे शामिल हुए थे, जिसमें 1 लाख 3 हजार 733 बच्चों ने हर विषय में 33 फीसदी से भी अधिक अंक पाया है।

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Students Unable to Read हालांकि करीब 38 हजार बच्चे मौजूद क्लास में पढ़ने के लायक नहीं है। रिपोर्ट आने के बाद अधिकारी अब नवा जतन और अन्य कार्यक्रमों के जरिए इनकी गुणवत्ता सुधारने का दावा कर रहे हैं।

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दरअसल कोरोना काल में बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई हुई थी। ऐसे में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता मापने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों में बच्चों का बेस लाइन मिडलाइन व इंडलाइन सर्वे करने के निर्देश दिए थे। सर्वे के तहत तीसरी, पांचवी, आठवीं और 10 वीं के बच्चों की परीक्षाएं ली गईं।

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