रायपुर: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार के नई व्यवस्था पर आपत्ति जाहिर की हैं। भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें वित्त मंत्री के हाथ में लेपटॉप नजर आ रहा हैं। यह प्रदेश के बजट की परम्परा नहीं रही हैं, कृपया सदन में पुराणी परंपरा लागू हो।
गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए आज का दिन ऐतिहासिक होने रहा हैं। 18 सालों बाद यह पहला मौका होगा जब प्रदेश का बजट सदन में सीएम नहीं बल्कि वित्तमंत्री पेश करे रहे हैं। प्रदेश की बदली हुई सरकार का यह पहला पूर्ण बजट है। कुछ महीनों बाद देश में आम चुनाव भी हैं लिहाजा सरकार के लिए यह बड़ा अवसर माना जा रहा हैं। छत्तीसगढ़ के इस बजट में सरकार का पूरा फोकस की मोदी की गारंटी पर रही। हालांकि सरकार अपने तीन घोषणाओं को अमल में ला चुकी हैं। इनमें दो वर्ष का बकाया बोनस, 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी और महतारी वंदन योजना शामिल है। आर्थिक मामलों के जानकारों की माने तो बजट का आकार 1.20 से 1.40 लाख करोड़ तक रहा।