रायपुर: सरकारी कर्मचारियों के पेंशन से जुड़े मुद्दे के साथ ही भाजपा सदस्य भावना बोहरा ने पूछा कि सरकारी कर्मचारियों क हिट में क्या बेहतर हैं? पुरानी या नई पेंशन स्कीम? इस पर जवाब देते हुए वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि जो भारत की विकास यात्रा में विश्वास करते है वो एमपीएस में बिलीव करते है जिन लोगों को भारत की ग्रोथ स्टोरी पर बिलीव है उसके हिसाब से एनपीएस ज्यादा उचित है।
वही इससे पहले पंडरिया विधायक और भाजपा सदस्य भावना बोहरा ने आज बजट सत्र के छठें दिन सदन में सरकारी कर्मचारियों के पेंशन मुद्दा जोरशोर उठाया। उनके साथ ही इस प्रश्न पर जवाब की मांग करने वालों में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला और पामगढ़ से कांग्रेस सदस्य शेषराज हरवंश शामिल रही।
विधायक भावना वोरा ने पूछा कि ओपीएस की सहमति देने वाले कर्मचारी और अधिकारियों के एनपीएस खाते में नियमित राशि प्रतिमाह जमा नही होने पर उनके खातों को नियमित/जीवित रखने के लिए एनपीएस में क्या प्रावधान है? वर्तमान में की जा रही राशि की कटौती और पूर्व में एनपीएस योजना के तहत काटी गई राशि समायोजन के लिए क्या प्रयास करेंगे? एनपीएस की राशि कब तक कर्मचारियों के के खाते में जमा कराई जाएगी? क्या इसकी स्थापना हो चुकी है या भविष्य में होना है?
इस पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि अभी तक स्थापना नही हुई है और इसके संबंध में कार्यवाही शीघ्र ही की जाएगी।
भावना वोरा ने पूछा कि पुरानी पेंशन योजना के तहत अब तक किसी भी कर्मचारी को पेंशन नहीं दी गई गई है और ऐसा क्यों?
इस पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि तत्कालीन सरकार ने नियम बनाया था कि एनपीस की राशि जमा करने के बाद ही पेंशन दी जाएगी। लेकिन अब तक पैसा जमा ना किए जाने की स्थिति में ही कर्मचारियों को अब तक पैसा नहीं दिया गया है।
विधायक भावना बोहरा ने पूछा कि ओपीएस की सहमति देने वाले कर्मचारी और अधिकारियों के एनपीएस खाते में नियमित राशि प्रितिमाह जमा नही होने पर उनके खातों को नियमित/जीवित रखने के लिए एनपीएस में क्या प्रावधान है? वर्तमान में की जा रही राशि की कटौती और पूर्व में एनपीएस योजना के तहत काटी गई राशि समायोजन के लिए क्या प्रयास करेंगे?
आज छठे दिन जब विधानसभा की कार्रवाई शुरू हुई तो कांग्रेस के ज्यादातर सदस्य सदन से नदारद दिखे। ऐसे में भाजपा के सदस्यों ने कांग्रेस पर जमकर तंज कसे। विधायक अजय चंद्राकर ने कहा पूरा विपक्ष न्याय यात्रा में जुटा है। सदन की चिंता करनी छोड़ पूरी पार्टी यात्रा पर निकली है। वही पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा, पूरी पार्टी युवराज के स्वागत में लगी है। भूपेश बघेल का नाम हटाकर अपना नाम लिखने की होड़ मची है। इस पर जब अजय चंद्राकर ने कहा कि यात्रा पर भी आप स्थगन ले आइए तो कांग्रेस के सदस्य लखेश्वर बघेल ने जवाब दिया कि सदन की कार्रवाई के लिए हम मौजूद हैं।