चंडीगढ़, 29 नवंबर (भाषा) विश्व बैंक अगले पांच वर्षों में हरियाणा को पिछले 50 वर्षों के बराबर वित्तीय सहायता देगा।
विश्व बैंक के भारत में निदेशक ऑगस्टे तानो कौमे ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने यहां राज्य के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और सरकारी प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक के दौरान शिक्षा, वायु गुणवत्ता प्रबंधन और परिवहन सहित विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा की।
विश्व बैंक की टीम ने यहां पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ एक अलग बैठक की।
कैमे ने यहां पीटीआई-भाषा से कहा, ”हरियाणा में, हमारे जुड़ाव का लंबा इतिहास रहा है। हम 1971 से हरियाणा को वित्तपोषण दे रहे हैं। हमने बिजली, ऊर्जा, पानी जैसे क्षेत्रों का समर्थन किया है।”
उन्होंने कहा, ”हमने पिछले 50 वर्षों में हरियाणा को एक अरब डॉलर का वित्तपोषण दिया है।”
आगामी वित्तपोषण के बारे में कौमे ने कहा, ”हमने पिछले 50 वर्षों में जितना वित्तपोषण दिया है, अगले पांच वर्षों में उतना ही देंगे…. मैं इस बात को लेकर काफी उत्साहित हूं कि 2047 तक भारत को ‘विकसित’ बनाने में हरियाणा की बड़ी भूमिका के लिए हम मदद कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि हरियाणा को ऋण के रूप में सीधे दिए गए एक अरब डॉलर के अलावा राज्य को विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित अखिल भारतीय परियोजनाओं से भी लाभ हुआ है।
सैनी ने एक बयान में कहा कि राज्य जल्द ही विश्व बैंक की सहायता से एक वैश्विक कृत्रिम मेधा (एआई) केंद्र बनेगा।
भाषा पाण्डेय रमण
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