(तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि देश के नागर विमानन क्षेत्र में महिलाएं परिचालन तथा तकनीकी क्षेत्रों में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर काम कर रही हैं।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यहां राष्ट्रपति भवन में भारतीय विमानन क्षेत्र की महिलाओं के एक समूह के साथ बातचीत में मुर्मू ने इस बात पर जोर दिया कि विमानन उद्योग में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के साथ-साथ इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए समान अवसर पेश करना भी आवश्यक है।
बयान के अनुसार, मुर्मू ने कहा कि शिक्षा तथा उचित प्रशिक्षण के अलावा परिवार के सदस्यों का सहयोग भी जरूरी है।
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘ अक्सर देखा जाता है कि कई महिलाएं उच्च शिक्षा हासिल करने के बावजूद परिवार से सहयोग न मिलने के कारण अपने सपने पूरे नहीं कर पाती हैं।’’
राष्ट्रपति ने क्षेत्र में सफलता हासिल कर चुकीं महिलाओं से आग्रह किया कि वे अन्य महिलाओं के लिए मार्गदर्शक बनें तथा उन्हें अपना करियर चुनने व अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रोत्साहित करें।
मुर्मू ने कहा कि भारत के नागर विमानन क्षेत्र में महिलाएं परिचालन तथा तकनीकी क्षेत्रों में विभिन्न महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
मुर्मू ने कहा, ‘‘ 15 प्रतिशत हवाई यातायात नियंत्रक महिलाएं हैं, 11 प्रतिशत ‘फ्लाइट डिस्पैचर’ महिलाएं हैं और नौ प्रतिशत एयरोस्पेस इंजीनियर महिलाएं हैं।’’
उन्होंने कहा कि पिछले साल वाणिज्यिक लाइसेंस हासिल करने वाले पायलट में से 18 प्रतिशत महिलाएं थीं।
राष्ट्रपति ने सफलता हासिल करने वाली उन महिलाओं की सराहना की जो लीक से हटकर सोचती हैं और नए रास्ते पर चलने का साहस रखती हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार के समावेशी प्रयासों से नागर विमानन क्षेत्र में महिलाओं की प्रगति को बढ़ावा मिला है।
मुर्मू ने कहा, ‘‘ अधिकतर महिलाएं अब विमानन क्षेत्र में अपना करियर बना रही हैं।’’
भाषा निहारिका अजय
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