पणजी, 16 जनवरी (भाषा) केंद्र सरकार की ओर से 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई एलआईसी की ‘बीमा सखी योजना’ को गोवा में जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। गोवा यह योजना शुरू करने वाला हरियाणा के बाद दूसरा राज्य है।
बीमा सखी योजना का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले महीने किया था। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व वाली गोवा सरकार ने पिछले सप्ताह भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के साथ मिलकर इस पहल की शुरुआत की।
इस योजना के तहत अगले तीन साल में दो लाख महिला बीमा एजेंट की नियुक्ति की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य 18-70 वर्ष की आयु की 10वीं पास महिलाओं को सशक्त बनाना है।
मुख्यमंत्री ने इस योजना को पेश करते हुए कहा था कि इस योजना से न केवल महिलाओं को वित्तीय सहायता मिलेगी, बल्कि ‘बीमा सखी’ की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि ‘सभी के लिए बीमा’ सरकार का लक्ष्य है।
सावंत ने सभी महिलाओं से इस उद्यम का हिस्सा बनने और ‘विकसित भारत 2047’ में योगदान देने की अपील की।
‘पीटीआई वीडियो’ से बात करते हुए योजना और सांख्यिकी एवं मूल्यांकन निदेशक विजय सक्सेना ने कहा कि बीमा सखी योजना पहल महिलाओं को एलआईसी बीमा एजेंट बनने के लिए प्रशिक्षण और अवसर प्रदान करके सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई थी।
उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम 18 से 70 वर्ष की आयु की महिलाओं के लिए खुला है, जिसमें पहले वर्ष 7,000 रुपये, दूसरे वर्ष 6,000 रुपये और तीसरे वर्ष 5,000 रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा।”
सक्सेना ने कहा कि इसके अलावा, 24 जीवन बीमा पॉलिसी पूरी करने वाली महिलाओं को मानदेय के साथ 48,000 रुपये कमीशन भी मिलेगा।
भाषा अनुराग अजय
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