नयी दिल्ली, 9 दिसंबर (भाषा) चालू रबी (सर्दियों) मौसम में गेहूं की बुवाई का रकबा 2.28 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 239.49 लाख हेक्टेयर हो गया है। वहीं तिलहन का रकबा 4.34 प्रतिशत घटकर 86.52 लाख हेक्टेयर रहा है। सोमवार को जारी कृषि मंत्रालय के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
सर्दियों की मुख्य फसल गेहूं को आमतौर पर नवंबर से बोया जाता है और मार्च और अप्रैल के बीच इसे काटा जाता है।
इस रबी सत्र में छह दिसंबर तक दलहन का रकबा मामूली रूप से बढ़कर 120.65 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पिछले साल 115.70 लाख हेक्टेयर था। मोटे अनाज की बुवाई 35.77 लाख हेक्टेयर पर स्थिर रही, जिसमें ज्वार 19.38 लाख हेक्टेयर और मक्का 10.07 लाख हेक्टेयर में बोया गया। हालांकि, तिलहन की बुवाई का रकबा पिछले वर्ष के 90.45 लाख हेक्टेयर से 4.34 प्रतिशत घटकर 86.52 लाख हेक्टेयर रह गया।
रैपसीड-सरसों तिलहन का रकबा 84.70 लाख हेक्टेयर से घटकर 81.07 लाख हेक्टेयर रह गया, जबकि मूंगफली की खेती का रकबा 2.51 लाख हेक्टेयर से घटकर 2.31 लाख हेक्टेयर रह गया।
वर्ष 2024-25 के चालू रबी सत्र में अबतक सभी रबी फसलों के तहत कुल खेती का रकबा 1.5 प्रतिशत बढ़कर 493.62 लाख हेक्टेयर हो गया।
भाषा राजेश राजेश अजय
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