नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) कई विकासशील और गरीब देशों में अवैध धन प्रवाह के लिए कमजोर संस्थान जिम्मेदार हैं। विदेश मंत्रालय में सचिव दम्मू रवि ने यह बात कही है।
उन्होंने सोमवार को यहां एक कार्यक्रम में कहा कि अवैध वित्तीय प्रवाह को कम करने के लिए छपी हुई मुद्रा पर अत्यधिक निर्भरता कम करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘कर संरचना में कमियों को दूर करने की जरूरत है… कई देशों में कमजोर संस्थान अवैध धन प्रवाह के लिए जिम्मेदार हैं।’’
रवि ने कहा कि ‘वैश्विक दक्षिण’ देशों को अवैध वित्तीय प्रवाह को कम करने के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा विकसित करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि कोविड महामारी के चलते कई देशों पर कर्ज बढ़ गया है, जिसके चलते बहुपक्षीय विकास संस्थानों में सुधारों की जरूरत पहले से अधिक महसूस हो रही है।
अरबपतियों पर दो प्रतिशत संपत्ति कर के ब्राजील के प्रस्ताव पर रवि ने कहा कि सभी देशों को इस प्रस्ताव पर सहमत होना होगा, क्योंकि इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है।
इस कार्यक्रम में एनआईपीएफपी (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी) की निदेशक आर कविता राव ने कहा कि सिर्फ अच्छा कराधान वातावरण स्थापित करना ही पर्याप्त नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें अच्छे संस्थागत ढांचे की जरूरत है… धन के अवैध प्रवाह के खिलाफ लड़ाई बड़ी है और इसे कमजोर संस्थानों की मदद से नहीं लड़ा जा सकता है।’’
भाषा पाण्डेय अजय
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