ढांचागत परियोजनाओं में ‘मेड इन इंडिया’ मशीनरी का इस्तेमाल करेंः गडकरी

ढांचागत परियोजनाओं में 'मेड इन इंडिया' मशीनरी का इस्तेमाल करेंः गडकरी

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  • Publish Date - December 17, 2024 / 05:15 PM IST,
    Updated On - December 17, 2024 / 05:15 PM IST

नयी दिल्ली, 17 दिसंबर (भाषा) केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने परियोजना लागत में कमी लाने के लिए बुनियादी ढांचा उद्योग के हितधारकों से ‘मेड इन इंडिया’ मशीनरी का इस्तेमाल बढ़ाने का मंगलवार को अनुरोध किया।

गडकरी ने उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ढांचागत परियोजनाओं की गुणवत्ता पर कोई समझौता किए बगैर इनकी लागत घटाने के प्रयास किए जाने चाहिए क्योंकि पुल एवं सुरंग परियोजनाएं बेहद अहम हैं।

गडकरी ने ढांचागत क्षेत्र के कंपनी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हमारे पास अच्छी प्रौद्योगिकी होनी चाहिए। लेकिन उसी के साथ हमें लागत कम करने पर भी ध्यान देना चाहिए। उसके लिए आप सभी लोगों से मेरा अनुरोध है कि ‘मेड इन इंडिया’ मशीनरी किस तरह संभव हो सकती है। यह हमारा सपना है और हम सबके लिए मिशन भी है।’

ढांचागत परियोजनाओं में भारी मशीनों का इस्तेमाल होता है जिनका एक बड़ा हिस्सा आयातित होता है। देश में भारी ढांचागत मशीनों का निर्माण अभी सीमित स्तर पर ही होता है।

इस अवसर पर गडकरी ने कहा कि जोजिला सुरंग परियोजना का 55 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

यह प्रस्तावित सुरंग श्रीनगर-करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11,578 फीट की ऊंचाई पर जोजिला दर्रे से होकर गुजरने वाली है। भारी बर्फबारी के कारण सर्दियों में राजमार्ग बंद हो जाता है जिससे लद्दाख क्षेत्र का संपर्क कश्मीर से कट जाता है।

भाषा प्रेम

प्रेम रमण

रमण