मुंबई : यूपीआई के कारोबार यानी डिजिटल पेमेंट ने भारत को पूरी दुनिया में एक अलग ही पहचान दिलाई है। कई देशों ने पेमेंट का यह सिस्टम अपने यहां भी लागू किया है। भारतीयों को भी यूपीआई भा गई है। सब्जी, फल और राशन जैसे-जैसे छोटे-छोटे ट्रांजेक्शन से लेकर बड़े पेमेंट के लिए भी आजकल लोग फोन से यूपीआई का ही प्रयोग कर रहे हैं। यही वजह है कि हर महीने यूपीआई ट्रांजेक्शन (UPI Transactions) का आंकड़ा नए-नए रिकॉर्ड बना रहा है। नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने शनिवार को यूपीआई ट्रांजेक्शन का आंकड़ा जारी किया है। इससे पता चला है कि देश में यूपीआई ट्रांजेक्शन का नया रिकॉर्ड बना है। देश में मई में कुल 20.45 ट्रिलियन रुपये के यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए हैं।
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एनपीसीआई डेटा के अनुसार, साल 2023 के समान महीने के मुकाबले मई, 2024 में यूपीआई ट्रांजेक्शन का आंकड़ा वॉल्यूम के हिसाब से 49 फीसदी और वैल्यू के हिसाब से 39 फीसदी बढ़ चुका है। मई के दौरान कुल 14.04 अरब यूपीआई ट्रांजेक्शन हुए हैं। इनमें कुल 20.45 अरब रुपये का लेनदेन हुआ है। अप्रैल, 2024 में 13.30 अरब ट्रांजेक्शन हुए थे। इनमें 19.64 ट्रिलियन रुपये का लेनदेन हुआ था। अप्रैल के मुकाबले मई में वॉल्यूम के हिसाब से 6 फीसदी और वैल्यू के हिसाब से 4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
देश में यूपीआई की शुरुआत अप्रैल, 2016 में हुई थी। इसके बाद से यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इस दौरान आईएमपीएस ट्रांजेक्शन (IMPS Transaction) भी 1.45 फीसदी की तेजी आई और यह 55।8 करोड़ ट्रांजेक्शन पर पहुंच गया। आईएमपीएस ट्रांजेक्शन के जरिए 6.06 ट्रिलियन रुपये का लेनदेन हुआ है। यह आंकड़ा अप्रैल के 5.92 ट्रिलियन रुपये के मुकाबले 2।36 फीसदी बढ़ा है। मई में फास्टैग ट्रांजेक्शन (FasTag Transaction) भी 6 फीसदी बढ़कर 34.7 करोड़ पर पहुंच गए हैं। आधार से होने वाले पेमेंट AePS में जरूर इस दौरान 4 फीसदी की गिरावट आई और यह 9 करोड़ पर पहुंच गया।