UPI Payment: आजकल शायद ही ऐसा कोई होगा जो यूपीआई पेमेंट न करता हो। बढञती टेक्नोलॉजी के साथ हर किसी ने डिजिटल का रास्ता अपना लिया है। UPI पेमेंट को चलते अब लोगों की जेब से पैससों के चोरी होने का डर नहीं रहता। हालांकि इसमें लिमिट के चलते कभी-कभी लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ता है। लेकिन, अब से ये समस्या थोड़ी कम हो जाएगी। यूपीआई (UPI) के जरिये अब एक बार में पांच लाख रुपये तक का कर पेमेंट किया जा सकेगा।
1 लाख रुपए है सीमा
बता दें कि वर्तमान में यह सीमा एक लाख रुपये है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति के फैसलों को बताते हुए कहा कि चेक क्लीयरेंस सिर्फ कुछ घंटों में करने के लिए कदम उठाने का प्रस्ताव है। उन्होंने पुराने होम लोन पर अतिरिक्त कर्ज (टॉप-अप होम लोन) लेने की प्रवृत्ति पर चिंता जताई। RBI के मुताबिक, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का उपयोगकर्ता आधार 42.4 करोड़ हो गया है। हालांकि, उपयोगकर्ता आधार के और विस्तार की संभावना है।
डेलिगेटेड पेमेंट्स शुरू करने का भी प्रस्ताव
UPI Payment: UPI में ‘डेलिगेटेड पेमेंट्स’ शुरू करने का भी प्रस्ताव है। RBI गवर्नर ने कहा कि ‘डेलिगेटेड पेमेंट्स’ से एक व्यक्ति को प्राथमिक उपयोगकर्ता के बैंक खाते पर किसी अन्य व्यक्ति के लिए UPI लेनदेन सीमा निर्धारित करने की अनुमति मिलेगी। इससे देशभर में डिजिटल भुगतान की पहुंच और उपयोग में वृद्धि होने की उम्मीद है। इस संबंध में भी विस्तृत निर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे। वहीं, RBI एमपीसी ने अगस्त की नीति बैठक में रेपो दर और मौद्रिक नीति के रुख को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया।