मुंबई, 18 नवंबर (भाषा) टायर विनिर्माताओं की आय में चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 7-8 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स ने सोमवार को कहा ,यह लगातार दूसरा वर्ष होगा जब टायर विनिर्माता के लिए अनुमानित राजस्व वृद्धि एकल अंक में होगी (हालांकि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में यह करीब दोगुनी है)। वित्त वर्ष 2020-21 तथा 2022-23 के बीच 21 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर दर्ज की गई थी। ’’
क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक अनुज सेठी ने कहा, ‘‘ घरेलू मांग उद्योग की बिक्री (टन भार के संदर्भ में) का करीब 75 प्रतिशत है, जबकि शेष निर्यात किया जाता है। घरेलू मांग का लगभग दो-तिहाई हिस्सा प्रतिस्थापन खंड से है और शेष मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) से है।’’
सेठ ने कहा कि मुख्य रूप से वाणिज्यिक तथा यात्री वाहनों से प्रतिस्थापन मांग मात्रा वृद्धि को बढ़ावा देगी, जबकि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में धीमी वृद्धि से ओईएम मांग में केवल एक से दो प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है।
निर्यात के मोर्चे पर उत्तरी अमेरिका तथा यूरोप जैसे प्रमुख बाजारों में कमजोर मांग के कारण वृद्धि दर दो से तीन प्रतिशत रहने के आसार हैं, जो भारत के कुल निर्यात का करीब 60 प्रतिशत है।
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