दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स के दो ब्लॉक दुनिया की 10 सबसे बड़ी खदानों में शामिल

दक्षिण पूर्वी कोलफील्ड्स के दो ब्लॉक दुनिया की 10 सबसे बड़ी खदानों में शामिल

  •  
  • Publish Date - July 18, 2024 / 06:04 PM IST,
    Updated On - July 18, 2024 / 06:04 PM IST

नयी दिल्ली, 18 जुलाई (भाषा) दुनिया की 10 सबसे बड़ी कोयला खदानों की सूची में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के गेवरा और कुसमुंडा ब्लॉक ने क्रमशः दूसरा और चौथा स्थान हासिल किया है। वर्ल्डएटलस डॉट कॉम ने उत्पादन मात्रा के आधार पर कोयले की सबसे बड़ी खदानों की सूची जारी की है।

एसईसीएल ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित दोनों खदानें सालाना 10 करोड़ टन से अधिक कोयला उत्पादन करती हैं। यह भारत के कुल कोयला उत्पादन का लगभग 10 प्रतिशत है।

इसमें कहा गया, “वर्ल्डएटलस डॉट कॉम द्वारा जारी दुनिया की 10 सबसे बड़ी कोयला खदानों की सूची में गेवरा और कुसमुंडा कोयला खदानों को क्रमशः दूसरा और चौथा स्थान मिला है।”

एसईसीएल ने कहा कि गेवरा खदान की वार्षिक उत्पादन क्षमता सात करोड़ टन है। इस खदान ने पिछले वित्त वर्ष (2023-24) में 5.9 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया। जबकि कुसमुंडा ने पांच करोड़ टन से अधिक कोयले का उत्पादन किया।

एसईसीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रेम सागर मिश्रा ने कहा, “यह गर्व की बात है कि दुनिया की पांच सबसे बड़ी कोयला खदानों में से दो छत्तीसगढ़ में हैं।”

सूची के अनुसार, अमेरिका में ब्लैक थंडर माइन और नॉर्थ एंटेलोप रोशेल माइन ने क्रमशः पहला और तीसरा स्थान हासिल किया, जिसमें 2023 में 6.26 करोड़ टन और 5.62 करोड़ टन कोयला उत्पादन का अनुमान है।

बिलासपुर स्थित एसईसीएल 59 ब्लॉको के साथ कोयला मंत्रालय के अधीन कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की शीर्ष तीन कोयला उत्पादक अनुषंगी कंपनियों में से एक है।

भाषा अनुराग अजय

अजय