मुंबई, चार दिसंबर (भाषा) परिवहन सेवाओं की मांग में नरमी के कारण ट्रक के भाड़े में नवंबर में ज्यादातर मार्गों पर गिरावट देखी गई और बेड़े के इस्तेमाल का स्तर लगभग 60 प्रतिशत घट गया।
एक उद्योग रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए कहा गया कि त्योहारों के दौरान की व्यस्तता के बाद अक्टूबर में ट्रक का भाड़ा सामान्य स्तर पर लौटा था, हालांकि यह स्थिति बरकरार नहीं रह सकी।
श्रीराम फाइनेंस ने अपने मासिक बुलेटिन में कहा कि यह गिरावट काफी हद तक कई कारकों के चलते हुई। इसमें विभिन्न श्रेणियों में खराब शहरी मांग, वायु प्रदूषण के कारण एनसीआर क्षेत्र में बीएस-4 ट्रक पर प्रतिबंध, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव और कृषि पैदावार की आवाजाही में कमी शामिल है।
कंपनी के अनुसार व्यवसाय में ज्यादातर ट्रक बीएस-4 मानक वाले हैं और एनसीआर में मौजूदा प्रवेश प्रतिबंध को देखते हुए, ये ट्रक वस्तुओं को एनसीआर सीमा तक ले जाते हैं, जहां से माल को छोटे बीएस-6 या सीएनजी ट्रकों में लोड किया जाता है।
श्रीराम फाइनेंस के अनुसार महाराष्ट्र में चुनाव के कारण भी लॉजिस्टिक गतिविधि धीमी पड़ गई है।
ट्रक भाड़े की दरों में गिरावट का रुख रहा। दिल्ली-चेन्नई-दिल्ली और दिल्ली-बेंगलुरु-दिल्ली जैसे प्रमुख ट्रंक मार्गों पर किराये में मासिक आधार पर क्रमशः 1.4 प्रतिशत और एक प्रतिशत की गिरावट आई।
श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ वाई एस चक्रवर्ती ने कहा, ”लॉजिस्टिक क्षेत्र में त्योहारी सत्र का उत्साह फीका पड़ गया है। निजी खपत, जो जीडीपी का 60 प्रतिशत है, पहली तिमाही में 7.4 प्रतिशत से घटकर छह प्रतिशत रह गई। यह गिरावट ग्रामीण मांग में सुधार के बावजूद कमजोर शहरी खपत, उच्च खाद्य मुद्रास्फीति, उच्च उधारी लागत और कमजोर वास्तविक मजदूरी वृद्धि के कारण है।”
भाषा पाण्डेय रमण
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