नई दिल्ली: Trai May Charge Inactive Sim भारत दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करने वाले देशों से एक है। यहां लगभग सभी लोगों के पास दो-दो मोबाइल फोन हैं और उसी प्रकार सिम की संख्या भी है। हालांकि अधिकतर लोग सिर्फ एक सिम का उपयोग करते हैं और अन्य सीम डिएक्टिव मोड में रखते हैं। अगर आप भी ऐसा ही करतें तो अब आपको सतर्क होने का समय आ चुका है। जी हां बिना जरूरत के दो सिम कार्ड रखने वालों पर TRAI नकेल कसने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि ऐसे यूजर्स को अब चार्ज देना पड़ेगा। यह चार्ज एकमुश्क या फिर सालाना आधार पर लिया जा सकता है।
Trai May Charge Inactive Sim ट्राई की मानें, तो मोबाइल ऑपरेटर अपना यूजरेबस न खोने की वजह से ऐसे सिम कार्ड को बंद नहीं कर रहा है, जो लंबे वक्त से एक्टिव मोड में नहीं है। जबकि नियमों के मुताबिक अगर किसी सिम कार्ड को ज्यादा वक्त तक रिचार्ज नहीं कराया जाता है, तो उसे ब्लैकलिस्ट करने का प्रावधान है। ऐसे में ट्राई की ओर से मोबाइल ऑपरेटर पर जुर्माना लगाए जाने का प्लान बनाया गया है, जिसका बोझ टेलिकॉम कंपनियां आम यूजर्स पर डाला सकती हैं।
नामी मीडिया संस्थान की रिपोर्ट की मानें, तो दरअसल देश मोबाइल नंबर कमी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि ज्यादातर मोबाइल यूजर्स स्मार्टफोन में दो सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। इसमें एक एक्टिव मोड में रहता है, जबकि दूसरे का इस्तेमाल बेहद सीमित रहता है। या फिर इनएक्टिव रहता है। साथ ही कुछ यूजर्स एक से ज्यादा मोबाइल सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में मोबाइल नंबर पर चार्ज वसूलने का प्लान बनाया गया है।
ट्राई के आंकड़ों की मानें, तो मौजूदा वक्त में 219.14 मिलियन से ज्यादा मोबाइल नंबर ब्लैकलिस्ट करने की कैटेगरी में शामिल हैं, जो लंबे वक्त से एक्टिव नहीं है। यह कुल मोबाइल नंबर का करीब 19 फीसद है, जो एक बड़ी समस्या है। बता दें कि सरकार के पास मोबाइल नंबर स्पेसिंग का अधिकार है। सरकार ही मोबाइल ऑपरेटर को मोबाइल नंबर सीरीज जारी करती है। ट्राई का कहना है कि मोबाइल नंबर एक सीमित मात्र में मौजूद हैं। ऐसे में उसे सही तरीके से इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, बेल्जियम, फिनलैंड, यूके, लिथुआनिया, ग्रीस, हांगकांग, बुल्गारिया, कुवैत, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, पोलैंड, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका और डेनमार्क जैसे देश में मोबाइल नंबर के लिए टेलिकॉम कंपनियां चार्ज वसूलती हैं।