बांग्लादेश में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण भारत से व्यापार ठप

बांग्लादेश में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण भारत से व्यापार ठप

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  • Publish Date - July 21, 2024 / 07:04 PM IST,
    Updated On - July 21, 2024 / 07:04 PM IST

कोलकाता, 21 जुलाई (भाषा) बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में जारी विरोध प्रदर्शनों के कारण मालवाहक ट्रकों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस कारण भारत और बांग्लादेश के बीच भूमि बंदरगाहों के जरिए कारोबार रविवार को ठप हो गया।

उन्होंने कहा कि पेट्रापोल भूमि बंदरगाह का बांग्लादेश वाला हिस्सा अभी भी बंद है। भारत और बांग्लादेश के बीच भूमि आधारित व्यापार का लगभग एक तिहाई हिस्सा पेट्रापोल के जरिए होता है।

पश्चिम बंगाल निर्यातक समन्वय समिति के सचिव उज्ज्वल साहा ने कहा, “अशांति के कारण सरकार द्वारा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अवकाश की घोषणा के बाद पेट्रापोल, गोजाडांगा, फुलबारी और महादिपुर सहित बांग्लादेश के अन्य स्थलीय बंदरगाहों से भी व्यापार ठप्प हो गया है, क्योंकि बांग्लादेशी सीमा शुल्क विभाग ने रविवार से दो दिन की छुट्टी की घोषणा की है।”

उन्होंने कहा कि शनिवार को मालदा के महादीपुर बंदरगाह से बांग्लादेश पहुंचे मालवाहक ट्रक वापस नहीं लौटे हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं।

लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (पेट्रापोल) के प्रबंधक कमलेश सैनी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “रविवार सुबह से पेट्रापोल सीमा पर ट्रकों (आयात और निर्यात) की आवाजाही नहीं हो रही है। हमारी जमीनी सीमा खुली हुई है, लेकिन बेनापोल के कारण व्यापार प्रभावित हुआ है।”

उन्होंने बताया कि शनिवार को 110 ट्रक बांग्लादेश से भारत आए, जबकि 48 ट्रक निर्यात के लिए बांग्लादेश गए। सैनी ने बताया कि सामान्य सामान से लदे करीब 700 ट्रक पार्किंग में फंसे हुए हैं और बांग्लादेश जाने का इंतजार कर रहे हैं।

अधिकारियों ने बताया कि औसतन 400-450 ट्रक माल लेकर भारत से पेट्रापोल भूमि बंदरगाह से गुजरते हैं, जबकि 150-200 ट्रक प्रतिदिन बांग्लादेश से भारत आते हैं।

हालांकि सैनी ने कहा कि यात्रियों की आवाजाही जारी है। इनमें से ज़्यादातर छात्र हैं जो सुरक्षा चिंताओं के कारण लौट रहे हैं।

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के प्रवक्ता ने कहा कि हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से भारतीयों को निकाला जा रहा है। बीएसएफ ने अब तक 572 भारतीय, 133 नेपाली और चार भूटानी छात्रों की वापसी में सहायता की है।

दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा भूमि बंदरगाह पेट्रापोल, कोलकाता से लगभग 82 किमी दूर, उत्तर 24 परगना जिले के बोनगांव में स्थित है।

भाषा अनुराग पाण्डेय

पाण्डेय