मुंबई, नौ दिसंबर (भाषा) सिएट के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अर्नब बनर्जी ने कहा कि ट्रैक खंड तेजी से बढ़ रहा है और इसमें प्रीमियम की भी बड़ी मांग है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में कहा, ‘‘ ग्राहकों को अभी निर्माण तथा खनन में ‘ट्रैक’ के सही अनुप्रयोगों का पता लगाना है। इसका मतलब है कि ट्रैक खंड में अधिक पहुंच की काफी गुंजाइश है। इसलिए टायर और ट्रैक दोनों में से ट्रैक अधिक आकर्षक है, जहां सिएट विकास पर ध्यान केंद्रित करेगी।’’
टायर निर्माता तथा आरपीजी समूह की कंपनी सिएट ने मिशेलिन के साथ एक समझौते में प्रवेश करने की शुक्रवार को घोषणा की, जिसके तहत वह कैम्सो ब्रांड के ऑफ-हाइवे निर्माण उपकरण बायस टायर तथा ट्रैक कारोबार को करीब 1,905 करोड़ रुपये में खरीदेगी।
टायर निर्माता के अनुसार, यह अधिग्रहण उच्च मुनाफे वाले ऑफ-हाइवे टायर (ओएचटी) खंड में एक अग्रणी वैश्विक कंपनी बनने की उसकी महत्वाकांक्षा के अनुरूप है। इससे कंपनी का वैश्विक ग्राहक आधार बढ़ेगा।
इस अधिग्रहण में 40 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) और प्रीमियम अंतरराष्ट्रीय ओएचटी वितरक, साथ ही मिशेलिन की श्रीलंका में दो विनिर्माण सुविधाएं शामिल हैं।
बनर्जी ने कहा कि टायर खंड दो प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ रहा है, जो एक धीमी वृद्धि दर है जबकि ट्रैक खंड छह से सात प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि टायर खंड में प्रीमियम हिस्सेदारी केवल 25 प्रतिशत है, जबकि ट्रैक खंड में प्रीमियम हिस्सेदारी करीब 45 से 50 प्रतिशत है।
बनर्जी ने कहा कि दोनों खंडों का मूल्य करीब एक-एक अरब अमेरिकी डॉलर आंका गया है।
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