भारत ईवी उत्पादन का केंद्र बनेगा, छोटी इलेक्ट्रिक कारों के क्षेत्र में उतरेंगे : तोशीहिरो सुजुकी

भारत ईवी उत्पादन का केंद्र बनेगा, छोटी इलेक्ट्रिक कारों के क्षेत्र में उतरेंगे : तोशीहिरो सुजुकी

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  • Publish Date - January 16, 2025 / 04:39 PM IST,
    Updated On - January 16, 2025 / 04:39 PM IST

नयी दिल्ली, 16 जनवरी (भाषा) जापान की सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (एसएमसी) के प्रतिनिधि निदेशक एवं अध्यक्ष तोशीहिरो सुजुकी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कंपनी की अपनी पहली बिजलीचालित (इलेक्ट्रिक) एसयूवी ई विटारा की पेशकश के बाद उससे हासिल अनुभव के आधार पर भविष्य में छोटी कारों के इलेक्ट्रिक खंड में प्रवेश करने की योजना है।

कंपनी की अनुषंगी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) भारत मंडपम में आयोजित ‘भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो’ (भारत वाहन वैश्विक प्रदर्शनी)-2025 में शुक्रवार को ई विटारा पेश करेगी।

तोशीहिरो सुजुकी ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि जापान की कार विनिर्माता का मानना ​​है कि बिक्री में गिरावट के बावजूद भारत में छोटी कारों का अस्तित्व खत्म नहीं होगा, जहां इसकी अनुषंगी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया बाजार में अग्रणी है…क्योंकि ‘‘एक अरब लोग’’ जिनके भविष्य में दोपहिया वाहनों से चारपहिया वाहनों की ओर रुख करने की संभावना हैं, उन्हें सस्ती कारों की दरकार होगी।

सुजुकी ने कहा, ‘‘ हालांकि, हम अपनी पहली ईवी ई-विटारा पेश कर रहे हैं, लेकिन मेरी व्यक्तिगत राय यह है कि ईवी के लिए ‘कॉम्पैक्ट’ वाहन सबसे अच्छे होंगे… मुझे लगता है कि पहले ईवी की विनिर्माण तकनीक को ठीक से सीखना और उसमें महारत हासिल करना होगा… इसलिए इसे पूरी तरह से समझने के बाद हम अन्य की तरह छोटी कारों के लिए भी ईवी का रुख करना चाहेंगे। हमारी छोटी कार खंड में ईवी लाने की योजना है।’’

सुजुकी ने कहा कि एसएमसी की दोपहिया इकाई सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया वैश्विक प्रदर्शनी (भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो) में ई-विटारा के अलावा इलेक्ट्रिक स्कूटर ई-एक्सेस भी पेश करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘ ये बीईवी (बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन) वैश्विक मॉडल का प्रतिनिधित्व करते हैं और भारत इन वाहनों का उत्पादन केंद्र होगा। एसएमसी के लिए चारपहिया और दोपहिया वाहनों के निर्यात केंद्र के रूप में भारत का महत्व पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होता जा रहा है।’’

सुजुकी ने कहा, ‘‘ हम न केवल इलेक्ट्रिक वाहन बल्कि अन्य मॉडल भी निर्यात करना चाहते हैं। हम भारत को सभी मॉडल के लिए निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करना चाहते हैं।’’

भाषा निहारिका अजय

अजय