इस दिवाली चीन का निकलेगा दिवाला! करीब 40 हज़ार करोड़ रुपये की चपत, भारतीय सामाग्री की विदेशों में बढ़ी मांग

इस दिवाली चीन का निकलेगा दिवाला! करीब 40 हज़ार करोड़ रुपये की चपत, भारतीय सामाग्री की विदेशों में बढ़ी मांग

इस दिवाली चीन का निकलेगा दिवाला! करीब 40 हज़ार करोड़ रुपये की चपत, भारतीय सामाग्री की विदेशों में बढ़ी मांग
Modified Date: November 29, 2022 / 08:47 pm IST
Published Date: October 16, 2020 1:49 pm IST

नई दिल्ली। दिवाली के नजदीक आते ही घर और कार्यालय को सजाने संवारने का सिलसिला शुरू हो जाता है। दिवाली मे पेंट से लेकर शुरू हुई तैयारी पटाखों तक जाती है, थोक और रिटेल के कारोबारियों की मानें तो दिवाली का यह कारोबार हज़ारों करोड़ रुपये का होता है, करीब 40 हज़ार करोड़ रुपये का तो अकेले चीन से ही सामान आता था। इसमे 5 रुपये वाली फुलझड़ी से लेकर हज़ारों रुपये की कीमत वाले फैंसी आइटम तक थे। जो कि भारत-चीन के विवाद के चलते समय पर नहीं आए। ऐसे में दिवाली पर ही चीन को इस बार भारी नुकसान हुआ है।

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कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार चीन से घर-ऑफिस के सजावटी आइटम समेत दिवाली पर होने वाली पूजा में शामिल सभी आइटम अब आने लगे हैं, इसमे बेहद खूबसूरत दिखने वालीं लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्तियां भी शामिल हैं। इसके साथ ही बच्चों और बड़ों के लिए पटाखों का बाज़ार भी है।

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वहीं दिवाली से एक महीना पहले चलने वाली खरीदारी में फैब्रिक, टेक्सटाइल, हार्डवेयर, फुटवियर, गारमेंट्स, किचन प्रोडक्ट, गिफ्ट आइटम, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, घड़ियां, ज्वेलरी, घरेलू वस्तुएं, फर्नीचर, जलती-बुझती रहने वाली छोटी-छोटी लाइटें (फेयरी लाइट्स), साज-सज्जा के सामान और फैंसी लाइट, लैंपशेड और रंगोली शामिल है। लेकिन डोकलाम, लद्दाख आदि इलाकों में ताजा विवाद के चलते रत्तीभर भी सामान चीन से नहीं आया।

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कैट के पदाधिकारियों के मुताबिक देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भारतीय सामानों की मांग बढ़ गई है, इस साल दिवाली से जुड़े देसी समानों जैसे दीये, बिजली की लड़ियां, बिजली के रंग बिरंगे बल्ब, सजावटी मोमबत्तियां, सजावट के समान, वंदनवार, रंगोली व शुभ लाभ के चिह्न, उपहार देने की वस्तुएं, पूजन सामग्री, मिट्टी की मूर्तियां समेत कई सामान का उत्पादन भारतीय कारीगरों ने ही किया है। देसी कारीगरों के हुनर को भारतीय व्यापारी बाजारों तक पहुचाएंगे। इसके अलावा ऑनलाइन, सोशल मीडिया प्रोग्राम और वर्चुअल प्रदर्शनी के जरिये भी देशभर में इन सामानों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com