मुंबई : शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती लाभ को गंवाकर अंत में 276.46 अंक के नुकसान के साथ 54,000 अंक के स्तर की ओर बढ़ता दिखा।दिग्गज कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज और इन्फोसिस के शेयरों में भारी बिकवाली से सेंसेक्स को नुकसान झेलना पड़ा। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों के बिकवाल बने रहने और कच्चे तेल में उछाल से भी कारोबारी धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा।
हालांकि, सेंसेक्स की शुरुआत बढ़त के साथ हुई थी लेकिन जल्द ही यह अपनी रफ्तार गंवा बैठा। कारोबार के दौरान यह एक समय 845.55 अंक तक लुढ़कने के साथ 53,519.30 अंक के स्तर तक आ गया था। लेकिन कारोबार के अंत में यह 276.46 अंक यानी 0.51 प्रतिशत के नुकसान के साथ 54,088.39 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 72.95 अंक यानी 0.45 प्रतिशत गिरकर 16,167.10 अंक पर खिसक गया।
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘इस सप्ताह आने वाले उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति तथा औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़ों से पहले मानक सूचकांकों में खासा उतार-चढ़ाव देखा गया। व्यापक बाजार में कई शेयरों को तगड़ी मार पड़ी।’’
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सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, मारुति सुजुकी, पावरग्रिड, इन्फोसिस और आईटीसी घाटे में रहीं। इसके उलट एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक और भारती एयरटेल के शेयर लाभ में रहे।
एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट बढ़त के साथ बंद हुआ, जबकि दक्षिण कोरियो के कॉस्पी में गिरावट आई। यूरोप के बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त पर कारोबार कर रहे थे। इसके पहले अमेरिकी शेयर बाजारों में भी मंगलवार को मजबूती देखी गई थी।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 3.12 प्रतिशत बढ़कर 105.7 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को 3,960.59 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।