मुंबई, एक अक्टूबर (भाषा) अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया मंगलवार को तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.82 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कमजोर शेयर बाजार, विदेशी कोषों की निकासी तथा अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से रुपये में गिरावट आई।
हालांकि, विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंचने से स्थानीय मुद्रा को भारी गिरावट से बचने में मदद मिली।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.81 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 83.83 रुपये प्रति डॉलर के दिन के निचले स्तर और 83.80 प्रति डॉलर के उच्चतम स्तर को छूने के बाद कारोबार के अंत में तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.82 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट के साथ 83.79 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कमजोर घरेलू बाजारों और निराशाजनक वृहद आर्थिक आंकड़ों के कारण रुपये में गिरावट आई।
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर में सुधार ने भी रुपये पर दबाव डाला। हालांकि, कमजोर कच्चे तेल की कीमतों ने गिरावट को कुछ कम किया।’’ उन्होंने कहा कि एफआईआई की निकासी भी रुपये पर दबाव डाल सकती है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.27 प्रतिशत की तेजी के साथ 100.79 हो गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.70 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70.48 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर, सेंसेक्स 33.49 अंक गिरकर 84,266.29 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 13.95 अंक टूटकर 25,796.90 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने सोमवार को शुद्ध रूप से 9,791.93 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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