नयी दिल्ली, दो अक्टूबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की टीएचडीसीआईएल ने 8,800 करोड़ रुपये के निवेश से 1,600 मेगावाट की पंप भंडारण (पंप्ड स्टोरेज) परियोजनाएं स्थापित करने के लिए राजस्थान सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) ने बयान में कहा, “समझौता ज्ञापन (एमओयू) का उद्देश्य बूंदी के बिसनपुरा और रामपुरा टोंक में 800 मेगावाट की दो पंप भंडारण परियोजनाओं (पीएसपी) का विकास करना है।”
टीएचडीसीआईएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आर के विश्नोई ने कहा कि कुल 1,600 मेगावाट क्षमता की पीएसपी पर 8,800 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
उन्होंने कहा, “बिसनपुरा पीएसपी गुढ़ा बांध से पानी प्राप्त करेगी, जबकि रामपुरा पीएसपी मौजूदा बीसलपुर जलाशय से पानी का उपयोग करेगी। यह रणनीतिक दृष्टिकोण पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए एक विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करता है, जिससे दोनों परियोजनाएं कुशल ऊर्जा भंडारण के माध्यम से स्थायी ऊर्जा समाधान में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। इससे ग्रिड स्थिरता में वृद्धि भी होगी।”
मंगलवार को नयी दिल्ली में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मौजूदगी में टीएचडीसीआईएल के निदेशक (तकनीकी) भूपेंद्र गुप्ता और राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रमुख सचिव अजिताभ शर्मा के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
कंपनी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए अपना पूर्ण समर्थन और सहयोग देने का भरोसा दिलाया है।
साल 1988 में एक पनबिजली परियोजना कंपनी से शुरू होकर, ऋषिकेश स्थित टीएचडीसीआईएल के पास आज नौ परियोजनाओं (पनबिजली, तापीय, पवन और सौर) का पोर्टफोलियो है। कंपनी की कुल क्षमता 4,351 मेगावाट है। इसमें 1,587 चालू परियोजनाएं और 2,764 मेगावाट निर्माणाधीन परियोजनाएं शामिल हैं।
भाषा अनुराग अजय
अजय