नई दिल्ली। Meeting in IT Ministry for 5G services: दूरसंचार विभाग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने एप्पल एवं सैमसंग जैसी स्मार्टफोन विनिर्माता कंपनियों और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं की एक बैठक बुलाई है, जिसमें 5जी सेवाओं के सुचारू परिचालन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि 5जी सेवाओं के सुचारू ढंग से संचालन के अलावा उपभोक्ताओं को इसके इस्तेमाल में किसी तरह की अड़चन न आने देने के लिए सभी पक्ष मिलकर काम करेंगे।
Meeting in IT Ministry for 5G services: एक अधिकारी ने कहा कि यह बैठक बुधवार को दूरसंचार विभाग के कार्यालय में होगी। इसकी अध्यक्षता दूरसंचार विभाग और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय दोनों के सचिव करेंगे। इसमें 5जी सेवा से जुड़े सभी हितधारक शामिल होंगे। इस समय देश में 10 करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं के पास 5जी नेटवर्क के लिए तैयार फोन हैं। लेकिन एप्पल जैसी कुछ कंपनियों के फोन अभी 5जी सेवाओं को ठीक से मुहैया नहीं करा पा रहे हैं।भारत में 5जी नेटवर्क वाले मोबाइल फोन पर 5जी दूरसंचार सेवाओं का समर्थन शुरू करना इस बैठक के एजेंडा में सबसे ऊपर है।
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Meeting in IT Ministry for 5G services: फिलहाल भारती एयरटेल ही 5जी सेवा देने वाली इकलौती दूरसंचार सेवा प्रदाता है। एयरटेल अभी दिल्ली, मुंबई एवं चेन्नई समेत आठ शहरों में 5जी सेवाएं मुहैया करा रही है। देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवाप्रदाता रिलायंस जियो ने भी 5जी सेवाओं का बीटा परीक्षण शुरू किया हुआ है। वहीं वोडाफोन आइडिया ने अभी 5जी सेवाओं की शुरुआत की कोई समयसीमा नहीं बताई है। इस बैठक में हैंडसेट विनिर्माताओं और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से सभी 5जी फोन के लिए सॉफ्टवेयर का ‘अपडेट’ जारी करने के लिए कहा जा सकता है। अगले दो साल में देश के हरेक कोने तक 5जी सेवाओं की पहुंच बढ़ाने की योजना बनाई गई है। जियो ने दिसंबर, 2023 और एयरटेल ने मार्च, 2024 तक इस लक्ष्य को हासिल करने की बात कही है।