नयी दिल्ली, 21 जनवरी (भाषा) टीसीएस, इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो तथा टेक महिंद्रा सहित भारत की प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियां ब्रांड फाइनेंस की सबसे मूल्यवान आईटी सेवा ब्रांड रैंकिंग की सूची में जगह बनाने में कामयाब रही हैं।
अमेरिका सूची के कुल ब्रांड मूल्य में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ शीर्ष पर है। वहीं भारत ने तालिका के सामूहिक ब्रांड मूल्य में 36 प्रतिशत का योगदान देकर दूसरा स्थान हासिल किया है।
प्रतिष्ठित सूची में एक्सेंचर ने लगातार सातवें वर्ष विश्व के सबसे मूल्यवान आईटी सेवा ब्रांड का स्थान हासिल किया। साथ ही सबसे मजबूत आईटी सेवा ब्रांड का खिताब भी अपने नाम किया।
टीसीएस (ब्रांड मूल्य 11 प्रतिशत बढ़कर 21.3 अरब अमेरिकी डॉलर) ने लगातार चौथे वर्ष विश्व के दूसरे सबसे मूल्यवान आईटी सेवा ब्रांड के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा।
ब्रांड फाइनेंस की विज्ञप्ति के अनुसार, एचसीएल टेक्नोलॉजीज (एचसीएलटेक) 2025 में दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते आईटी सेवा ब्रांड के रूप में उभरी है। इन्फोसिस पिछले पांच वर्षों में आईटी सेवा ब्रांडों के बीच सबसे अधिक चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (18.2 प्रतिशत) हासिल करने वाली कंपनी बनी है।
इसमें कहा गया, ‘‘ भारत ने सूची के सामूहिक ब्रांड मूल्य में 36 प्रतिशत का योगदान देकर दूसरा स्थान हासिल किया है। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि ब्रांड मूल्य में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।’’
यह उल्लेखनीय वृद्धि न केवल वैश्विक आईटी सेवा बाजार में भारत की प्रमुख भूमिका को उजागर करती है, बल्कि 2025 में निरंतर विस्तार के लिए इसकी तत्परता का भी संकेत देती है। इसे प्रौद्योगिकी नवाचार, कार्यबल विस्तार और उभरते वैश्विक रुझानों की अनुकूलता पर मजबूती से ध्यान देने से बल मिलता है।
सूची में शामिल अन्य भारतीय कंपनियों में विप्रो (छह अरब अमेरिकी डॉलर का ब्रांड मूल्य) और टेक महिंद्रा शामिल हैं।
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज नवाचार, कर्मचारी सशक्तीकरण तथा ग्राहक संतुष्टि को बढ़ावा देने के अपने निरंतर प्रयासों के आधार पर 2025 के लिए आईटी सेवाओं की शीर्ष 25 की सूची में जगह बनाने में कामयाब रही।
भाषा निहारिका रमण
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