तमिलनाडु रिश्वत मामले पर श्रीराम प्रॉपर्टीज ने कहा, कंपनी को फंसाने के लिए कुछ भी नहीं

तमिलनाडु रिश्वत मामले पर श्रीराम प्रॉपर्टीज ने कहा, कंपनी को फंसाने के लिए कुछ भी नहीं

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  • Publish Date - September 25, 2024 / 05:46 PM IST,
    Updated On - September 25, 2024 / 05:46 PM IST

चेन्नई, 25 सितंबर (भाषा) रियल एस्टेट डेवलपर श्रीराम प्रॉपर्टीज लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि तमिलनाडु के एक पूर्व मंत्री से जुड़े कथित रिश्वत मामले में उनकी पूर्व संयुक्त उद्यम कंपनी को फंसाने के लिए कुछ भी नहीं है।

बेंगलुरु मुख्यालय वाली कंपनी ने कहा कि वह इस मामले से कानूनी तौर पर निपट रही है।

श्रीराम प्रॉपर्टीज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड पर आरोप है कि उसने 2016 में एक परियोजना के लिए नियोजन अनुमति पाने के लिए पूर्व एआईएडीएमके मंत्री आर वैथिलिंगम को 27.90 करोड़ रुपये की रिश्वत कथित रूप से दी। इस संबंध में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।

श्रीराम प्रॉपर्टीज लिमिटेड ने बयान में कहा, ‘‘कुछ मीडिया रिपोर्ट के आधार पर, हमें पता चला है कि तमिलनाडु सरकार के पूर्व मंत्री और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ 2016 में 27.90 करोड़ रुपये के कथित भुगतान से संबंधित प्राथमिकी दर्ज की गई है। उक्त प्राथमिकी में कंपनी के पूर्व संयुक्त उद्यमों में से एक – श्रीराम प्रॉपर्टीज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (एसपीआईपीएल) और संयुक्त उद्यम के पूर्व निदेशक, कंपनी के एक वरिष्ठ कार्यकारी के आर रमेश, कई अन्य पक्षों के नाम भी हैं।”

एसपीआईपीएल को अब गेटवे ऑफिस पार्क्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता है।

कंपनी ने कहा कि कानूनी सलाह के अनुसार उसका मानना है कि कथित भुगतान के संबंध में एसपीआईपीएल या उसके निदेशकों या कंपनी को फंसाने के लिए कुछ भी नहीं है, और आरोप कंपनी या उसकी विभिन्न सहायक कंपनियों और संयुक्त उद्यमों के कारोबार से जुड़े नहीं हैं।

कंपनी ने कहा कि वह हमेशा निष्पक्ष व्यवहार और लागू नियमों के अनुपालन के लिए प्रतिबद्ध है, और कथित मामलों में उसकी या उसके किसी संयुक्त उद्यम या अधिकारियों की कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भागीदारी नहीं है।

भाषा पाण्डेय अजय

अजय