नयी दिल्ली, 13 दिसंबर (भाषा) नेस्ले के खिलाफ अदालत के प्रतिकूल फैसले के बाद स्विट्जरलैंड ने भारत को दिया गया ‘सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र’ (एमएफएन) का दर्जा वापस ले लिया है।
इस कदम से स्विट्जरलैंड में काम करने वाली भारतीय संस्थाओं पर प्रतिकूल कर प्रभाव पड़ेगा। भारतीय कंपनियों को स्विट्जरलैंड में अर्जित आय पर एक जनवरी, 2025 से अधिक कर कटौती का सामना करना पड़ेगा।
स्विट्जरलैंड ने एक बयान में आय पर करों के संबंध में दोहरे कराधान से बचने के लिए स्विस परिसंघ और भारत के बीच समझौते में एमएफएन खंड का प्रावधान निलंबित करने की घोषणा की।
स्विट्जरलैंड ने अपने इस फैसले के लिए नेस्ले से संबंधित एक मामले में भारत के उच्चतम न्यायालय के एक फैसले का हवाला दिया।
एमएफएन का दर्जा वापस लेने का मतलब है कि स्विट्जरलैंड एक जनवरी, 2025 से भारतीय संस्थाओं द्वारा उस देश में अर्जित लाभांश पर 10 प्रतिशत कर लगाएगा।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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