शिमला, 18 अक्टूबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार पूरे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
कुल्लू में अंतरराष्ट्रीय दशहरा महोत्सव के अवसर पर आयोजित राजनयिकों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए सुक्खू ने वैश्विक निवेशकों को हिमाचल प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
बयान के अनुसार, इस बैठक में उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, ब्रुनेई के राजदूतों के साथ-साथ रूस और गुयाना के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
इस मौके पर सुक्खू ने निवेशकों को पर्यटन, हरित ऊर्जा, डेटा भंडारण, खाद्य प्रसंस्करण और अन्य पर्यावरण अनुकूल क्षेत्रों में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने बनखंडी में 619 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे प्राणी उद्यान, हर जिले में हेलीपोर्ट के निर्माण और कांगड़ा को हिमाचल प्रदेश की ‘पर्यटन राजधानी’ घोषित करने सहित राज्य सरकार की विभिन्न कदमों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव एक वैश्विक आयोजन के रूप में विकसित हुआ है, जिसमें धार्मिक भक्ति के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान का मिश्रण है तथा हिमाचल प्रदेश के लोग ‘अतिथि देवो भव’ के सिद्धांत पर आधारित अपने आतिथ्य पर गर्व करते हैं।
कुल्लू दशहरा विजया दशमी से शुरू होता है। इस साल उत्सव 13 अक्टूबर या चंद्र कैलेंडर के 10वें दिन से शुरू हुआ।
सप्ताह भर चलने वाला यह त्यौहार अनोखा है क्योंकि इसमें कोई रामलीला या रावण, कुंभकरण या मेघनाद के पुतले का दहन नहीं होता। बल्कि, यह आखिरी दिन ‘लंका दहन’ के साथ समाप्त होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह शुभ अवसर कुल्लू घाटी के 332 स्थानीय देवी-देवताओं को आस्था और परंपरा के एक दुर्लभ और जीवंत उत्सव में एक साथ लाता है। यह वास्तव में देखने लायक दृश्य है, जो हमारे समुदाय की आत्मा को दर्शाता है।”
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अनुराग रमण
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