नयी दिल्ली, 21 नवंबर (भाषा) वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष क्षेत्र में निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा कि भारत हर लिहाज से निवेश के लिए आकर्षक स्थल है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत आंकड़ों की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए कानूनी रूपरेखा लाएगा। यह भरोसेमंद भागीदारों के बीच आंकड़ों के मुक्त प्रवाह को प्रोत्साहित करेगा।
गोयल ने ब्रिटेन- भारत व्यापार परिषद के ‘ब्रिटेन-भारत भविष्य की प्रौद्योगिकी सम्मेलन’ में कहा कि भारत और ब्रिटेन कृत्रिम मेधा (एआई) शिक्षा, टेलीमेडिसिन, जलवायु मॉडलिंग, सटीक कृषि और जैविक रसायन, इलेक्ट्रॉनिक और खाद्य उद्योगों के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी पर सहयोग कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कि यह समझना महत्वपूर्ण होगा कि भविष्य में डिजिटल दुनिया और पर्यावरण से जुड़े मुद्दे कैसे आपस में जुड़ेंगे। ऊर्जा का एक बड़ा हिस्सा वे प्रणालियां खपत करेंगी जो आंकड़ों से जुड़ी होंगी। इसका पर्यावरण के मुद्दों पर प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि दुनिया में बहुत कम जगहें हैं जहां भारत की तरह एक ‘इंटरकनेक्टेड ग्रिड’ है।
मंत्री ने कहा कि 2030 तक, भारत में पारंपरिक और नवीकरणीय ऊर्जा का बेहतर मिश्रण होगा।
गोयल ने कहा कि डेटा सेंटर के लिए, स्वच्छ ऊर्जा की यह मात्रा अभूतपूर्व भरोसा और पर्यावरण अनुकूल नजरिये से स्थिरता प्रदान करती है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत दुनियाभर के निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष के क्षेत्र में निवेश के लिए भारत सबसे आकर्षक स्थल है। एक मजबूत कानूनी प्रणाली के अलावा, भारत आंकड़ों की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए एक नया कानूनी ढांचा लाने जा रहा है जो भरोसेमंद भागीदारों के बीच आंकड़ों के मुक्त प्रवाह को प्रोत्साहित करेगा।
भारत में पर्याप्त अवसरों का जिक्र करते हुए, उन्होंने प्रौद्योगिकी सहयोग के लिए पांच क्षेत्रों की पहचान की, जिनमें कौशल, टेलीमेडिसिन, आपदा प्रबंधन और कृषि शामिल हैं।
भाषा रमण अजय
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