मुंबई । वैश्विक बाजारों में मजबूती के रुख के बावजूद सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और उपभोक्ता कंपनियों के शेयरों में जबर्दस्त बिकवाली से घरेलू शेयर बाजारों ने बुधवार को लगातार तीसरे दिन शुरुआती बढ़त को गंवा दिया, जिससे सेंसेक्स 300 से अधिक अंक नीचे आ गया। विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने घरेलू बाजारों पर और दबाव डाला। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स एक बार फिर शुरूआती बढ़त गंवाने के बाद 303.35 अंक यानी 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 53,749.26 अंक पर आ गया।
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इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 99.35 अंक यानी 0.62 प्रतिशत फिसलकर 16,025.80 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स में सबसे अधिक 8.04 प्रतिशत की गिरावट रही। टीसीएस, विप्रो, टेक महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एमएंडएम के शेयर भी गिरावट में रहे।
वहीं, दूसरी तरफ एनटीपीसी, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, नेस्ले, आईसीआईसीआई बैंक और आईटीसी के शेयर इस दौरान लाभ में रहे। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘निवेशकों को अमेरिका में ‘मंदी’ की संभावना दिख रही है। इससे वैश्विक बाजार प्रभावित हुए हैं जिसका असर यहां भी दिखाई दे रहा है।’’ इसके अलावा बीएसई स्मॉलकैप 2.94 प्रतिशत और मिडकैप 1.93 प्रतिशत टूट गया।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ के साथ बंद हुए, जबकि जापान के निक्की में कमजोरी का रुख रहा। यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि अमेरिकी बाजार मंगलवार को गिरावट लेकर बंद हुए। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.37 प्रतिशत चढ़कर 115.1 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी निवेशकों का घरेलू बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी है। उन्होंने मंगलवार को 2,393.45 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।