कोलकाता, 19 मार्च (भाषा) भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने बुधवार को कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का छह प्रतिशत शिक्षा क्षेत्र पर खर्च किया जाना चाहिए।
सीआईआई के अध्यक्ष संजीव पुरी ने कहा कि भारत की अनुमानित 6.5 प्रतिशत वृद्धि दर का अनुमान उचित लगता है।
पुरी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) के प्रमुख केंद्र के रूप में भारत वृद्धि को गति देने के लिए अच्छी स्थिति में है।
आईटीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पुरी ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद का छह प्रतिशत शिक्षा क्षेत्र पर खर्च किया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) और शुल्क ढांचे को सुव्यवस्थित करने की जरूरत है।
पुरी ने कहा, ‘‘यूरोपीय संघ के साथ एफटीए भारत के लिए काफी महत्व रखता है और अन्य देशों के साथ इस तरह के अन्य समझौते जल्द ही होने की उम्मीद है।’’ उन्होंने कहा कि आठ प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करने के लिए कृषि, सेवा और विनिर्माण जैसे अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों को सक्रिय करने की आवश्यकता है।
पुरी ने कहा कि श्रम की अधिकता वाले उद्योगों में वृद्धि के साथ विनिर्माण क्षेत्र का पुनरुद्धार भी आवश्यक है।
भाषा अजय अजय प्रेम
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