नयी दिल्ली, 21 जनवरी (भाषा) केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह (जेएनपीए) में क्षमता विस्तार के लिए लगभग 2,000 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का शुभारंभ किया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
जेएनपीए शीर्ष वैश्विक बंदरगाहों में से एक है और भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है।
सोनोवाल ने कहा कि बंदरगाह ने जनवरी 2025 में एक करोड़ टीईयू (बीस फुट के बराबर इकाई) से अधिक की क्षमता को पार कर लिया।
इस बंदरगाह ने 2024 में 90 प्रतिशत से अधिक क्षमता पर प्रदर्शन करते हुए 70.5 लाख टीईयू की उच्चतम कंटेनर मात्रा को संभाला, जो सालाना आधार पर 11 प्रतिशत अधिक है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, हमारी संपत्तियों का मूल्य बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास किये गए हैं। हम नये मूल्य प्रस्तावों के साथ क्षमता जोड़ने के अलावा निष्क्रिय संसाधनों से मूल्य बनाने के लिए भी काम कर रहे हैं।”
वधावन बंदरगाह परियोजना के विकास के लिए सोनोवाल की उपस्थिति में प्रमुख समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता वीपीपीएल और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के बीच हुआ।
भाषा पाण्डेय रमण
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