नयी दिल्ली, 20 सितंबर (भाषा) केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) से छोटे कंटेनर लदी ट्रेन सेवा को झंडी दिखाकर रवाना किया।
जेएनपीटी के ड्वार्फ कंटेनर डिपो (डीसीडी) से छोटे आकार के इन कंटेनर से लदी यह पहली खेप आईसीडी कानपुर के लिये रवाना हुई।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सोनोवाल ने कहा कि जेएनपीटी से ड्वार्फ (छोटे आकार) के कंटेनर की ट्रेन सेवाओं की शुरुआत डबल-स्टैक्ड ड्वार्फ कंटेनरों के माध्यम से निर्यात-आयात (एक्जिम) माल की रेल द्वारा आवाजाही को अधिक व्यवस्थित करने की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि इससे जेएनपीटी के लिये रेल-कार्गो यातायात बढ़ेगा और साथ ही अंतरक्षेत्र लॉजिस्टिक लागत को कम करके निर्यातक -आयातक समुदाय को प्रतिस्पर्धात्मक लागत प्रदान की जा सकेगी।
सोनोवाल ने यह भी कहा कि ड्वार्फ कंटेनर बंदरगाहों के अनुकूल हैं और इनका भारत में कम लागत पर निर्माण किया जा सकता है, जिससे मेक इन इंडिया के लिए नए अवसर उपलब्ध होंगे।
ड्वार्फ कंटेनरों की ऊंचाई सामान्य आईएसओ कंटेनरों के मुकाबले 660 मिलीमीटर कम होती हैं, जिसके कारण ये लॉजिस्टिक रूप से बेहतर हैं। ट्रेलर्स पर लदे ड्वार्फ कंटेनरों की ऊंचाई कम होने से ये ग्रामीण, अर्ध-शहरी और शहरी सड़कों पर सीमित ऊंचाई वाले सब-वे और विद्युतीकृत खंडों में लेवल क्रॉसिंग से आसानी से गुजर सकते है्ं।
इसके अलावा, ड्वार्फ कंटेनर का डबल-स्टैक्ड होने पर आकार 67 प्रतिशत बढ़ जाता है और यह आईएसओ कंटेनर के 40 टन भार के मुकाबले 71 टन वजन ले जा सकते हैं। इसके अलावा भारतीय रेलवे ने डबल स्टैक आईएसओ कंटेनर ट्रेनों की तुलना में ढुलाई लागत पर 17 प्रतिशत छूट देने का भी प्रस्ताव किया है।
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अजय महाबीर
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