नयी दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी श्रीराम फाइनेंस ने अपने कारोबार बढ़ाने के लिए अगले छह महीनों में विदेशों से एक अरब डॉलर (लगभग 8,300 करोड़ रुपये) जुटाने की योजना बनाई है।
श्रीराम फाइनेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वाई एस चक्रवर्ती ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हम अगले कुछ सप्ताह में, संभवतः अक्टूबर तक 30 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना बना रहे हैं। शेष 50-70 करोड़ डॉलर चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में जुटाए जाएंगे।”
कोष जुटाने में एशियाई विकास बैंक, केएफडब्ल्यू और यूनाइटेड स्टेट्स डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएफसी) जैसे विकास वित्तीय संस्थानों से ऋण भी शामिल होगा। उन्होंने कहा कि समय बाजार की स्थितियों पर निर्भर करेगा।
अपने कारोबार की वृद्धि के लिए धन जुटाने हेतु, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) सार्वजनिक जमा, बैंक वित्त और घरेलू बाजारों से धन जुटाने जैसे विविध स्रोतों से संसाधन जुटाती है।
कर्ज वृद्धि के बारे में चक्रवर्ती ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान इसमें 15 से 16 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।
कंपनी की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) जून, 2024 के अंत में 2.33 लाख करोड़ रुपये रही। चालू वित्त वर्ष (2024-25) की पहली तिमाही में वितरण कुल मिलाकर 37,710 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष (2023-24) की पहली तिमाही में यह 30,455 करोड़ रुपये था।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने नवंबर, 2023 में कर्ज देने वाले सभी वित्तीय संस्थानों से एनबीएफसी को दिए जाने वाले ऋणों पर अधिक पूंजी अलग रखने को कहा। इससे बैंकों से धन जुटाना विशेष रूप से छोटी एनबीएफसी के लिए महंगा हो गया।
चक्रवर्ती ने कहा कि श्रीराम फाइनेंस को अपनी उच्च क्रेडिट रेटिंग तथा बहु-स्रोतों से उधारी के कारण वित्तपोषण पर कोई दबाव नहीं देखने को मिला है।
श्रीराम फाइनेंस वाणिज्यिक वाहन खरीदने के लिए ऋण उपलब्ध कराती है तथा छोटी एवं मध्यम आकार की कंपनियों को कर्ज देती है।
भाषा अनुराग रमण
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