नयी दिल्ली, 16 जनवरी (भाषा) उद्योग निकाय एससीएआई ने रविवार को कहा कि मॉल मालिक अपने किरायदारों के साथ इस बार भी उतनी ही मजबूती के साथ खड़े रहेंगे जितनी कि महामारी की पिछली दो लहरों के दौरान खड़े थे। शॉपिंग मॉल एवं खरीदारी केंद्रों के मालिकों के संगठन ‘शॉपिंग सेंटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एससीएआई)’ ने कहा कि मॉल मालिक कोविड महामारी की इस लहर के दौरान भी खुदरा दुकानों, खानपान की दुकानों और मल्टीप्लेक्स को राहत दे सकते हैं।
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एससीएआई के निदेशक अभिषेक बंसल ने कहा कि महामारी के मामलों में आई तेजी के कारण स्थानीय स्तर पर लगाई गई पाबंदियों के बाद कुछ खुदरा व्यापारी संपत्ति मालिकों के पास गए हैं और उन्होंने कारोबार पर असर पड़ने संबंधी चिंताओं से उन्हें अवगत करवाया है। बंसल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह तीसरी बार है, डेवलपर और शॉपिंग सेंटर वाले अपने किरायदारों तथा खुदरा व्यापारियों के साथ महामारी की पिछली दो लहरों के दौरान भी खड़े थे। तीसरी लहर में भी वे उनके साथ हैं ताकि इस हालात से हर कोई पार पा सके।’’
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मॉल और शॉपिंग केंद्रों में अपना व्यवसाय चलाने वाले व्यापारी जनवरी के किराये में छूट मांग रहे हैं। हालांकि, बंसल का कहना है कि दुकानदारों को राहत देने संबंधी फैसला लेने में कुछ वक्त लगेगा। इस बारे में अंतिम फैसला इस महीने के बाद लिया जा सकता है क्योंकि राज्य सरकार हर हफ्ते पाबंदियों में बदलाव कर रही है।
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पहले पाबंदियां सिर्फ समय और सप्ताह के अंत में परिचालन पर थी लेकिन अब बैठकर भोजन करने की व्यवस्था पर भी पूरी तरह से रोक है। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआई) ने कहा कि हालात तनावपूर्ण हैं और मॉल तथा शॉपिंग केंद्रों के मालिकों एवं खुदरा व्यापारियों को बैठकर इस बारे में बात करनी चाहिए। मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष कमल ज्ञानचंदानी ने इस विषय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।