नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) शेयर बाजार में भारी बिकवाली के कारण सोमवार को निवेशकों की संपत्ति 5.99 लाख करोड़ रुपये घट गई। इस दौरान बीएसई सेंसेक्स में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और बैंकिंग शेयरों में कमजोरी तथा विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली जारी रहने के कारण बाजार में गिरावट आई।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और इस सप्ताह के अंत में घोषित होने वाले फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय से पहले निवेशक सतर्क रहे।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 941.88 अंक या 1.18 प्रतिशत गिरकर 78,782.24 अंक पर बंद हुआ। यह इस सूचकांक का छह अगस्त के बाद सबसे निचला बंद स्तर है। दिन के कारोबार में सेंसेक्स 1,491.52 अंक या 1.87 प्रतिशत गिरकर 78,232.60 अंक पर आ गया था।
बाजार में आई इस भारी गिरावट के चलते बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5,99,539.5 करोड़ रुपये घटकर 4,42,11,068.05 करोड़ रुपये रह गया।
इस चौतरफा बिकवाली के बीच बाजार के सभी खंडों के सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। रियल्टी खंड में सर्वाधिक तीन प्रतिशत की गिरावट रही जबकि तेल एवं गैस खंड में 2.54 प्रतिशत, ऊर्जा खंड में 2.51 प्रतिशत और दूरसंचार खंड में 2.11 प्रतिशत की गिरावट रही।
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर महीने में 94,000 करोड़ रुपये (करीब 11.2 अरब डॉलर) की निकासी की है जो किसी भी महीने में अबतक की सबसे अधिक निकासी है। घरेलू शेयर बाजार के उच्च मूल्यांकन और चीनी शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन के कारण ऐसा हुआ।
बीएसई और एनएसई ने एक नवंबर को दिवाली के अवसर पर एक घंटे का विशेष ‘मुहूर्त कारोबार’ सत्र आयोजित किया था। इस दौरान सेंसेक्स 335.06 अंक चढ़कर 79,724.12 अंक पर और निफ्टी 99 अंक बढ़कर 24,304.35 अंक पर बंद हुआ था।
भाषा पाण्डेय अजय
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