बिकवाली दबाव से सेंसेक्स 931 अंक लुढ़क कर दो महीने के निचले स्तर पर, निफ्टी 24,500 के नीचे

बिकवाली दबाव से सेंसेक्स 931 अंक लुढ़क कर दो महीने के निचले स्तर पर, निफ्टी 24,500 के नीचे

  •  
  • Publish Date - October 22, 2024 / 05:29 PM IST,
    Updated On - October 22, 2024 / 05:29 PM IST

मुंबई, 22 अक्टूबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी गिरावट जारी रही। चौतरफा बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स 930 अंक से अधिक लुढ़क गया जबकि एनएसई निफ्टी 24,500 के स्तर से नीचे आ गया।

विश्लेषकों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी और वैश्विक बाजारों में नरमी से घरेलू बाजार प्रभावित हुआ। इसके अलावा, अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने और चीन में प्रोत्साहन उपायों की घोषणा से एफआईआई भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं, जिसका बाजार पर प्रतिकूल असर दिख रहा है।

बीएसई का तीस शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 930.55 अंक यानी 1.15 प्रतिशत का गोता लगाते हुए 80,220.72 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,001.74 अंक तक लुढ़क गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 309 अंक यानी 1.25 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 24,472.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 24,445.80 अंक के निचले स्तर तक चला गया था।

सेंसेक्स के तीस शेयरों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, पावर ग्रिड, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, लार्सन एंड टुब्रो, एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस और रिलायंस में प्रमुख रूप से गिरावट आई।

इसके उलट, आईसीआईसीआई बैंक, नेस्ले और इन्फोसिस के शेयर लाभ में रहे।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारी उतार-चढ़ाव के बीच घरेलू बाजार में पूरे कारोबार के दौरान नरमी की धारणा हावी रही। सबसे ज्यादा असर लघु एवं मझोली कंपनियों के शेयरों पर पड़ा।’’

नायर ने कहा, ‘‘अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल में तेज वृद्धि से अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत दर में आक्रामक कटौती की उम्मीद कम हुई है। इससे उभरते बाजारों में कोष प्रवाह भी प्रभावित हुआ। कंपनियों के तिमाही परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं होने से अल्पावधि में नरमी का यह परिदृश्य बना रह सकता है।’’

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 2,261.83 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,225.91 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

छोटी कंपनियों के शेयरों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 3.81 प्रतिशत नीचे आया जबकि मझोली कंपनियों के शेयरों से संबंधित मिडकैप सूचकांक 2.52 प्रतिशत टूटा।

शेयरखान बाई बीएनपी परिबा के तकनीकी शोध विश्लेषक जतिन गेडिया ने कहा, ‘‘निफ्टी गिरावट के साथ खुला। कारोबार बढ़ने के साथ बिकवाली दबाव बढ़ता गया। यह 20 सप्ताह के औसत स्तर (24,718) के नीचे आ गया है जो कमजोर रुख का संकेत है।’’

वाहन बनाने वाली दक्षिण कोरिया की कंपनी हुंदै की भारतीय इकाई हुंदै मोटर इंडिया लि. की शेयर बाजार में शुरुआत फीकी रही। कंपनी का शेयर निर्गम मूल्य 1,960 रुपये के मुकाबले सात प्रतिशत से भी अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ।

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की नुकसान में जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे।

यूरोप के प्रमुख बाजारों में कारोबार के दौरान गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को नुकसान में रहे थे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 73.48 अंक नीचे आया था जबकि निफ्टी में 72.95 अंक की गिरावट आई थी।

भाषा रमण प्रेम

प्रेम