पहली बार 85,000 अंक के स्तर को लांघने के बाद फिसला सेंसेक्स, 15 अंक टूटा

पहली बार 85,000 अंक के स्तर को लांघने के बाद फिसला सेंसेक्स, 15 अंक टूटा

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  • Publish Date - September 24, 2024 / 05:21 PM IST,
    Updated On - September 24, 2024 / 05:21 PM IST

मुंबई, 24 सितंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स कारोबार के दौरान पहली बार 85,000 अंक और एनएसई निफ्टी 26,000 अंक के पार पहुंचा। हालांकि, बाद में दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों और कुछ बैंक शेयरों में बिकवाली से सेंसेक्स और निफ्टी स्थिर रुख के साथ बंद हुए। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 14.57 अंक यानी 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,914.04 अंक पर बंद हुआ। इसके साथ तीन दिन से जारी इसकी रिकॉर्ड तेजी पर विराम लग गया।

बीएसई सेंसेक्स सुबह के कारोबार मे पहली बार 85,000 अंक के स्तर पर पहुंच गया था। कारोबार के दौरान यह 234.62 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ अपने अबतक के उच्चतम स्तर 85,163.23 अंक पर पहुंच गया। अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए चीन द्वारा प्रोत्साहन उपायों की घोषणा से धातु शेयरों को गति मिली।

हालांकि, बाद में दोपहर के कारोबार में रिकॉर्ड स्तर पर मुनाफावसूली से यह दिन के निचले स्तर 84,716.07 अंक तक आ गया था।

हिंदुस्तान यूनिलीवर, कोटक महिंद्रा बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में बिकवाली से बाजार नीचे आया।

एनएसई निफ्टी 1.35 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की नाममात्र बढ़त के साथ 25,940.40 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय 72.5 अंक चढ़कर नये रिकॉर्ड स्तर 26,011.55 अंक तक चला गया था।

कारोबारियों के अनुसार, निवेशकों को रिकॉर्ड तेजी के बाद आगे की दिशा के लिए कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिल रहा है।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू मानक सूचकांक नई ऊंचाई पर जाने का प्रयास कर रहे हैं। बाजार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में आक्रामक कटौती से गति मिल रही है। इस बीच, चीन के केंद्रीय बैंक के दर में कटौती और अतिरिक्त प्रोत्साहन उपायों से वैश्विक स्तर पर निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। इससे घरेलू धातु शेयरों में तेजी आई।’’

उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ, दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली (एफएमसीजी) कंपनियों और बैंक शेयरों में उच्चस्तर पर मुनाफावसूली की गयी। निकट भविष्य में विदेशी संस्थागत निवेशकों की तरफ से मजबूत पूंजी प्रवाह की उम्मीद है। इसका कारण फेडरल रिजर्व का उदार परिदृश्य और अक्टूबर में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद है।’’

सेंसेक्स की 30 कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, अल्ट्राटेक सीमेंट, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, टाइटन, नेस्ले, बजाज फाइनेंस और एशियन पेंट्स सबसे ज्यादा नुकसान में रहीं।

दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और जेएसडब्ल्यू स्टील शामिल हैं।

मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.21 प्रतिशत चढ़ा जबकि छोटी कंपनियों से जुड़ा स्मॉलकैप सूचकांक 0.04 प्रतिशत नीचे आया।

मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बाजार हालांकि नरम बंद हुआ। पर दोनों मानक सूचकांक नये रिकॉर्ड स्तर तक गये। यह बताता है कि नकदी प्रवाह मजबूत बना हुआ है क्योंकि निवेशकों को भारत की दीर्घकालीन वृद्धि गाथा को लेकर भरोसा है।’’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में रहे। शंघाई और हांगकांग के बाजार उल्लेखनीय बढ़त के साथ बंद हुए।

यूरोपीय बाजार कारोबार के दौरान लाभ में थे। अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त में रहे थे।

शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 404.42 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

साख निर्धारित करने वाली एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 6.8 प्रतिशत पर बरकरार रखा। उसने यह भी कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक अक्टूबर की मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर में कटौती कर सकता है।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.35 प्रतिशत उछलकर 75.64 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।

भाषा रमण अजय

अजय