सकारात्मक वैश्विक रुख के बीच सेंसेक्स पहली बार 83,000 के ऊपर बंद, निफ्टी नए शिखर पर

सकारात्मक वैश्विक रुख के बीच सेंसेक्स पहली बार 83,000 के ऊपर बंद, निफ्टी नए शिखर पर

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  • Publish Date - September 17, 2024 / 05:35 PM IST,
    Updated On - September 17, 2024 / 05:35 PM IST

मुंबई, 17 सितंबर (भाषा) अमेरिका में ब्याज दर घटने की उम्मीद के चलते बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को करीब 91 अंक चढ़कर नये सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी पहली बार 25,400 के स्तर से ऊपर बंद हुआ।

अमेरिकी के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर बहुप्रतीक्षित फैसले से पहले मजबूत वैश्विक रुझानों से बाजार को समर्थन मिला।

रिकॉर्ड बनाने के सिलसिले को दूसरे दिन जारी रखते हुए 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 90.88 अंक यानी 0.11 प्रतिशत चढ़कर 83,079.66 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान यह 163.63 अंक यानी 0.19 प्रतिशत बढ़कर 83,152.41 पर पहुंच गया था।

एनएसई निफ्टी 34.80 अंक यानी 0.14 प्रतिशत चढ़कर 25,418.55 के नये शिखर पर बंद हुआ।

सेंसेक्स की 30 कंपनियों में भारती एयरटेल, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक, टाइटन, लार्सन एंड टूब्रो, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और रिलायंस इंडस्ट्रीज में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।

दूसरी ओर टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, अदाणी पोर्ट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, आईटीसी और एशियन पेंट्स नुकसान में रहे।

एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ, जबकि जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुआ। चीन का शंघाई कम्पोजिट और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी बंद रहे।

यूरोपीय बाजार कारोबार के दौरान सकारात्मक दायरे में थे। अमेरिकी बाजार सोमवार को ज्यादातर बढ़त के साथ बंद हुए।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में कटौती करने की उम्मीद में भारतीय बाजार ने एक बार फिर हल्की बढ़त दर्ज की। बाजार ने मान लिया है कि चौथाई प्रतिशत की कटौती पक्की है, लेकिन अर्थव्यवस्था की सेहत और भविष्य में कटौती के बारे में फेडरल रिजर्व की टिप्पणियों पर सबकी नजर है।”

अमेरिकी फेडरल रिजर्व बुधवार को मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि सपाट शुरुआत के बाद निफ्टी सीमित दायरे में रहा और रियल्टी तथा वाहन शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि धातु तथा औषधि शेयरों में गिरावट हुई।

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा कि बुधवार को होने वाली अमेरिकी फेड नीति बैठक के निर्णय से पहले लगातार दूसरे सत्र में सीमित दायरे में कारोबार रहा।

उन्होंने कहा कि अनंत चतुर्दशी के कारण निवेशकों की भागीदारी कम रही, और इसलिए चुनिंदा प्रमुख शेयरों में खरीदारी देखी गई।

मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में थोक मुद्रास्फीति लगातार दूसरे महीने गिरकर 1.31 प्रतिशत पर आ गई। सब्जियों, खाद्य पदार्थ और ईंधन की कीमतों में कमी के चलते थोक महंगाई कम हुई है।

छोटी कंपनियों से जुड़े बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 0.13 प्रतिशत तथा मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप सूचकांक में 0.08 प्रतिशत की गिरावट आई।

क्षेत्रवार बात करें तो रियल्टी में 0.64 प्रतिशत, दूरसंचार में 0.46 प्रतिशत, जन केंद्रित सेवाओं से जुड़ी कंपनियों में 0.44 प्रतिशत, प्रौद्योगिकी में 0.34 प्रतिशत, वाहन में 0.33 प्रतिशत और आईटी में 0.11 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

दूसरी ओर जिंस, औद्योगिक, पूंजीगत सामान, धातु और सेवा खंड में गिरावट हुई।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 1,634.98 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.25 प्रतिशत घटकर 72.52 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण