सेबी ने रोशनी नादर को एचसीएल की दो इकाइयों में खुली पेशकश लाने से छूट दी

सेबी ने रोशनी नादर को एचसीएल की दो इकाइयों में खुली पेशकश लाने से छूट दी

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  • Publish Date - November 22, 2024 / 08:26 PM IST,
    Updated On - November 22, 2024 / 08:26 PM IST

नयी दिल्ली, 22 नवंबर (भाषा) सेबी ने शुक्रवार को प्रवर्तक रोशनी नादर मल्होत्रा ​​को एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एचसीएल इंफोसिस्टम्स में प्रस्तावित अतिरिक्त शेयर अधिग्रहण के लिए खुली पेशकश लाने से छूट दे दी।

एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एचसीएल इंफोसिस्टम्स बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध हैं।

रोशनी नादर मल्होत्रा ने 30 सितंबर को नियामक के पास दो अलग-अलग आवेदन दायर किये थे और सेबी के एसएएसटी (शेयरों का पर्याप्त अधिग्रहण और उन्हें नियंत्रण में लाना) विनियमों के प्रावधानों से छूट मांगी थी। इसके बाद यह आदेश आया।

सेबी ने खुली पेशकश से छूट देते हुए कहा कि प्रस्तावित अधिग्रहण एक पारिवारिक उत्तराधिकार योजना का हिस्सा हैं, जो दोनों कंपनियों के स्वामित्व और नियंत्रण में स्थिरता और निरंतरता सुनिश्चित करता है।

बाजार नियामक ने दो अलग-अलग आदेशों में रोशनी नादर मल्होत्रा ​​को एचसीएल कॉरपोरेशन और वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स (दिल्ली) प्राइवेट लिमिटेड में अप्रत्यक्ष रूप से शेयर हासिल करने की अनुमति दी है। ये दोनों एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एचसीएल इंफोसिस्टम्स के प्रवर्तक हैं।

रोशनी नादर मल्होत्रा ​​एचसीएल कॉरपोरेशन और वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स में 47-47 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करेंगी। फिलहाल, दोनों प्रवर्तक इकाइयों में उनकी 10.33 फीसदी हिस्सेदारी है। अपने पिता से अतिरिक्त शेयर हासिल करने के बाद, एचसीएल कॉरपोरेशन और वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स में मल्होत्रा ​​की हिस्सेदारी बढ़कर 57.33 प्रतिशत हो जाएगी।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण