मुंबई, 30 अगस्त (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नए चेयरमैन सी एस शेट्टी ने शुक्रवार को कहा कि बैंकिंग प्रणाली में जमा बढ़ाने का दबाव कुछ और समय तक जारी रहने का अनुमान है।
उन्होंने हालांकि कहा कि देश का सबसे बड़ा ऋणदाता जमा जुटाने के लिए ‘ब्याज दर युद्ध’ में नहीं उतरेगा। उन्होंने कहा कि इसके बजाय बैंक जमा वृद्धि के लिए अपनी ग्राहक सेवा और व्यापक नेटवर्क पर जोर देगा।
बुधवार को पदभार संभालने वाले शेट्टी ने यहां वार्षिक जीएफएफ (ग्लोबल फिनटेक फेस्ट) में कहा, ‘‘जमा पर प्रतिस्पर्धा कुछ समय तक जारी रहने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा कि बैंक वित्त वर्ष 2024- 25 में 14-16 प्रतिशत की ऋण वृद्धि का लक्ष्य लेकर चल रहा है, और अपनी देनदारियों के उच्च आधार को देखते हुए 8-10 प्रतिशत की जमा वृद्धि के साथ इसे आसानी से बनाए रखा जा सकता है।
शेट्टी ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा कि वह बैंक की ताकत पर आगे बढ़ने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि इसका बही-खाता मजबूत है।
उन्होंने यह भी कहा कि बैंक नवंबर में एक सीमित उपयोगकर्ता समूह के बीच बहुप्रतीक्षित यूनो 2.0 को पेश करने की तैयारी कर रही है। उसके बाद सभी के लिए इसे व्यापक रूप से पेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बैंक अपने खुदरा बिना गारंटी वाले कर्ज का 90 प्रतिशत डिजिटल माध्यमों से हासिल करने की योजना बना रहा है।
भाषा पाण्डेय अजय
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