एसबीआई ने कृषि ऋण खंड में जोखिम कम करने के लिए पहल की घोषणा की

एसबीआई ने कृषि ऋण खंड में जोखिम कम करने के लिए पहल की घोषणा की

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  • Publish Date - July 4, 2024 / 06:43 PM IST,
    Updated On - July 4, 2024 / 06:43 PM IST

(फाइल फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, चार जुलाई (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 11 नई पहल की बृहस्पतिवार को घोषणा की। इनमें डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं को बढ़ाना और 35 नए कृषि केंद्रीकृत प्रसंस्करण प्रकोष्ठ खोलना शामिल है, जिससे कृषि ऋण खंड में जोखिम कम होगा।

भारतीय स्टेट बैंक ने बयान में 69वें स्थापना दिवस के अवसर पर अपने संभावित ग्राहकों की बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंक की पहुंच को व्यापक बनाने को इन पहल की घोषणा की।

बयान के अनुसार, एसबीआई ने अपने डिजिटल भुगतान अनुभव को बेहतर किया है। इसमें भीम एसबीआई पे ऐप पर ‘टैप-एंड-पे’ और योनो ऐप पर म्यूचुअल फंड के खिलाफ ‘एंड-टू-एंड’ डिजिटल ऋण जैसी दो सुविधाएं शामिल हैं।

बैंक ने एक पहल की भी घोषणा की जो एसबीआई सूर्य घर ऋण को पूरी तरह से डिजिटल ‘एंड-टू-एंड’ बनाएगा है।

इसमें कहा गया कि उपयोगकर्ता केंद्र सरकार की पीएम सूर्य घर योजना के तहत ऋण का विकल्प चुन सकते हैं। यह 10 किलोवाट क्षमता तक के लिए ऋण प्रदान करता है।

एमएनआरई/आरईसी मंच पर आवेदक पंजीकरण से लेकर ऋण वितरण तक पूरी प्रक्रिया एसबीआई के डिजिटल मंच पर प्रबंधित की जाएगी।

देश की वृद्धि गाथा को आकार देने में प्रवासी भारतीयों के महत्वपूर्ण योगदान और वैश्विक उपस्थिति को स्वीकार करते हुए एसबीआई ने पंजाब के पटियाला में दूसरा वैश्विक एनआरआई केंद्र (जीएनसी) खोला है।

एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने बैंक दिवस पर पटियाला में दूसरे वैश्विक प्रवासी केंद्र (जीएनसी) का उद्घाटन किया। इसका मकसद एनआरआई ग्राहकों तक अपनी सेवाएं बढ़ाना है।

एसबीआई की जीएनसी वैश्विक भारतीय समुदाय के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए बैंक की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

बयान में कहा गया, ‘‘ ये केंद्र उत्कृष्टता केंद्र के रूप में काम करते हैं तथा एनआरआई ग्राहकों को विशिष्ट सेवाएं प्रदान करते हैं। भारत में 434 विशिष्ट एनआरआई शाखाओं के तंत्र, 29 देशों में विदेशी कार्यालयों तथा खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) देशों में 45 एक्सचेंज हाउस और पांच बैंक के साथ साझेदारी से एसबीआई दुनियाभर में अपने एनआरआई ग्राहकों को व्यापक सेवाएं प्रदान करने में पूरी तरह से सक्षम है।’’

भाषा निहारिका अजय

अजय