रुपया 84.42 प्रति डॉलर पर स्थिर

रुपया 84.42 प्रति डॉलर पर स्थिर

  •  
  • Publish Date - November 19, 2024 / 08:28 PM IST,
    Updated On - November 19, 2024 / 08:28 PM IST

मुंबई, 19 नवंबर (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया स्थिर रुख के साथ 84.42 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार के सकारात्मक रुख और कच्चे तेल की कीमतों में कमी से रुपये को मिले समर्थन को विदेशी कोषों की सतत निकासी ने बेअसर कर दिया।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि यूक्रेन-रूस युद्ध ने एक नया मोड़ ले लिया है, क्योंकि रूस ने अपने परमाणु सिद्धांत को अपडेट किया है और यूक्रेन ने रूस पर अमेरिकी मिसाइलों के जरिये निशाना बनाया है। सोना, जेपीवाई और सीएचएफ जैसी निवेश के लिए सुरक्षित मानी जानी वाली परिसंपत्तियां में निवेश बढ़ा और कुछ हद तक डॉलर खरीदे गए और जिससे कुछ हद तक रुपये की धारणा प्रभावित हुई।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.39 प्रति डॉलर पर खुला। सत्र के दौरान एक सीमित दायरे में कारोबार के बाद अंत में यह 84.42 प्रति डॉलर पर अपरिवर्तित रुख के साथ बंद हुआ।

सोमवार को रुपया अपने निचले स्तर से उबरता हुआ डॉलर के मुकाबले चार पैसे की तेजी के साथ 84.42 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के एसोसिएट उपाध्यक्ष (बुनियादी मुद्रा और जिंस) प्रवीण सिंह ने कहा कि डॉलर-रुपये की जोड़ी निकट भविष्य में इसी दायरे में कारोबार करेगी, जब तक कि अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल निर्णायक रूप से ऊपर नहीं जाता है। 10 साल के अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल को 4.50 प्रतिशत पर एक महत्वपूर्ण प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘व्यापारी महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों पर बारीकी से नज़र रखेंगे। इसके अलावा, शुक्रवार को जारी होने वाले भारत के पीएमआई आंकड़े भी व्यापारियों की नजर में होंगे।’’

इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 106.20 पर कारोबार कर रहा था।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत घटकर 73.24 डॉलर प्रति बैरल रह गया।

एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक – जिंस और मुद्रा जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और युद्ध के फिर से तेज होने से बाजार में बिकवाली की नई लहर आई है, जिससे रुपये पर दबाव बढ़ गया है। निकट भविष्य में यह नकारात्मकता बनी रहने की उम्मीद है।’’

त्रिवेदी ने आगे कहा कि ‘‘रुपये की सीमा 84.25 और 84.60 के बीच रहना अनुमानित है, वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण अस्थिरता बनी रहने की संभावना है।’’

घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 239.37 अंक बढ़कर 77,578.38 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 64.70 अंक की तेजी के साथ 23,518.50 अंक पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 3,411.73 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय