मुंबई, 20 दिसंबर (भाषा) अमेरिकी डॉलर सूचकांक में नरमी और भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप के कारण शुक्रवार को रुपया अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से उबरकर नौ पैसे की मजबूती के साथ 85.04 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि डॉलर की पर्याप्त मांग के कारण रुपया कमज़ोर रहने की संभावना है। अगले साल फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम होने के बीच डॉलर इंडेक्स के ऊंचे स्तर पर बने रहने की उम्मीद है।
फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की थी लेकिन वर्ष 2025 के लिए उसने ब्याज दर में चार की जगह दो कटौतियों के ही संकेत दिए।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 85.07 पर खुला। कारोबार के दौरान इसने 84.95 का उच्च स्तर और 85.12 का निचला स्तर छुआ। अंत में यह डॉलर के मुकाबले 85.04 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से नौ पैसे की बढ़त दर्शाता है।
रुपया बृहस्पतिवार को 19 पैसे की गिरावट के साथ अपने सर्वकालिक निचले स्तर 85.13 पर बंद हुआ था।
व्यापारियों ने कहा कि अमेरिकी डॉलर सूचकांक में नरमी और भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप के कारण रुपया निचले स्तरों से संभल गया। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने भी निचले स्तरों पर रुपये को सहारा दिया।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि कमजोर घरेलू बाजारों तथा फेडरल रिजर्व एवं अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार के बीच डॉलर में समग्र मजबूती के कारण रुपया नकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ कारोबार करेगा।’’
चौधरी ने आगे कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की धन निकासी भी रुपये पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, रिजर्व बैंक द्वारा कोई हस्तक्षेप या कच्चे तेल की कीमतों में कोई और गिरावट रुपये को निचले स्तरों पर सहारा दे सकता है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 108.26 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72.16 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 1,176.46 अंक यानी 1.49 प्रतिशत गिरकर 78,041.59 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 340.10 अंक यानी 1.42 प्रतिशत गिरकर 23,611.60 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में बिकवाल रहे और उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 3,597.82 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
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