मुंबई, 13 नवंबर (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया सीमित दायरे में रहा और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे मजबूत होकर 84.38 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी कोषों की निकासी और घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी से रुपये पर दबाव बना रहा।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती से निवेशकों की कारोबारी धारणा पर असर पड़ा, जबकि भारतीय रिजर्व बैंक के संदिग्ध हस्तक्षेप से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.40 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में कारोबार के दौरान यह 84.37 के उच्चस्तर को छूने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की तेजी के साथ 84.38 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 84.39 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
इससे पिछले पांच कारोबारी सत्रों में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 32 पैसे टूटा है।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के बुनियादी मुद्रा और जिंस के सहायक उपाध्यक्ष, प्रवीण सिंह के अनुसार, डॉलर:रुपया जोड़ी निकट भविष्य में 85 रुपये के स्तर तक बढ़ सकती है। हालांकि, रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप से यह गति धीमी हो सकती है।
सिंह ने कहा, ‘‘समर्थन 84.25/84 पर है और प्रतिरोध 84.50/84.75 पर है।’’
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 105.97 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.64 प्रतिशत बढ़कर 72.35 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 984.23 अंक की गिरावट के साथ 77,690.95 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 324.40 अंक गिरकर 23,559.05 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने मंगलवार को 3,024.31 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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