मुंबई, 31 जनवरी (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया अपने शुरुआती नुकसान से उबरकर कारोबार के अंत में तीन पैसे की तेजी के साथ 86.59 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में तेजी से रुपये को जो समर्थन मिला, वह विदेशी कोषों की निकासी की वजह से जाता रहा। इसके अलावा मासांत अंत की डॉलर मांग की वजह से भी रुपये का लाभ सीमित रहा।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि विदेशी पूंजी की सतत निकासी तथा तेल आयातकों की डॉलर मांग और कमजोर जोखिम क्षमता के कारण विदेशी बाजारों में डॉलर की व्यापक मजबूती के कारण रुपये पर दबाव जारी रहा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोर रुख के साथ 86.63 पर खुला और सत्र के दौरान अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 86.59 के उच्चतम स्तर तक गया और 86.65 के निचले स्तर तक आया।
रुपया अंत में 86.59 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से तीन पैसे की तेजी है।
बृहस्पतिवार को रुपया सात पैसे की गिरावट के साथ 86.62 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘आयातकों की ओर से मासांत की डॉलर मांग और एफआईआई की निकासी के कारण आज भारतीय रुपये दबाव में रहा। डॉलर में मजबूती के रुख ने भी रुपये पर दबाव डाला। हालांकि, सकारात्मक घरेलू बाजारों की वजह से रुपया मामूली लाभ के साथ बंद हुआ।’’
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.46 प्रतिशत की तेजी के साथ 108.29 हो गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76.53 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि डॉलर की मजबूती और लगातार एफआईआई निकासी के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। आयातकों की ओर से मासांत की डॉलर मांग भी रुपये पर दबाव डाल सकती है।
चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिकी प्रशासन द्वारा शुल्कों को लेकर अनिश्चितता भी रुपये पर दबाव डाल सकती है। हालांकि, केंद्रीय बैंक के किसी भी हस्तक्षेप से रुपये को समर्थन मिल सकता है।’’
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2024-25 में कहा गया है कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए रणनीतिक और विवेकपूर्ण नीति प्रबंधन और घरेलू बुनियादी बातों को मजबूत करने की आवश्यकता होगी।
कारोबारियों ने कहा कि एक फरवरी के केंद्रीय बजट से पहले निवेशक सतर्क रहे।
घरेलू शेयर बाजारों में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 740.75 अंक की तेजी के साथ 77,500.57 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 258.90 अंक चढ़कर 23,508.40 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 4,582.95 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।
भाषा राजेश राजेश अजय
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